महेंद्र सिंह धोनी ने घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने वाले खिलाड़ियों की आलोचना पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत आलोचना करने से बचना चाहिए। सुनील गावस्कर ने कुछ समय पहले कहा था कि धोनी को फिट रहने के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए। माना जा रहा है कि माही ने जवाब उसी प्रतिक्रिया पर दिया है।
इस बार युजवेंद्र चहल, शिखर धवन ने रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने का फैसला लिया है। धोनी के अनुसार किसी को व्यक्तिगत पसंद के अनुसार आलोचना करने से बचना चाहिए। गौरतलब है कि कुछ खिलाड़ियों ने रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने का फैसला लिया, तो अम्बाती रायडू अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। धोनी एन श्रीनिवासन के पुस्तक विमोचन पर आईपीएल को विश्वकप से पहले एक शानदार प्लेटफॉर्म बताया।
इसे अलावा पूर्व भारतीय कप्तान ने हर प्रारूप में भारतीय टीम के प्रदर्शन की भी तारीफ करते हुए संतोष जताया। उन्होंने 2014 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था लेकिन टीम इंडिया के खेल को लेकर वे संतुष्ट हैं। धोनी सीमित ओवर सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा हैं। इसके अलावा उन्हें टी20 सीरीज के लिए न्यूजीलैंड दौरे के लिए भी चुना गया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर माही को टी20 टीम में जगह नहीं मिली थी। इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ भी वे टीम से बाहर थे। टीम इंडिया के अब तक के सबसे सफल कप्तान धोनी के रहने से एक अलग माहौल देखने को मिलता है। उनका मैदान पर विश्लेषण और रणनीति काफी बेहतरीन होती है।
भारत के लिए 2019 विश्वकप में माही की उपस्थिति अहम रहने वाली है। उनकी कप्तानी में टीम ने एक बार टी20 और वन-डे विश्वकप पर कब्जा जमाया है। उनके अनुभव की वजह से टीम के बाकी खिलाड़ियों के हौसले बुलंद रहते हैं। शांत स्वभाव वाले धोनी के खेल और कौशल के प्रशंसक हर कोने में मिल जाते हैं।
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