दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट कप्तान फाफ डू प्लेसी ने स्वीकार किया है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बैंगलोर टेस्ट के बाद दोनों टीमों के कप्तानों विराट कोहली और स्टीवन स्मिथ पर आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन का जुर्माना नहीं लगने से वो हैरान हैं। कांटे की टक्कर वाले मुकाबले के बाद भारतीय कप्तान कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ पर DRS का इस्तेमाल करने के लिए ड्रेसिंग रूम की तरफ देखकर मदद मांगने का आरोप लगाया था। डू प्लेसी को लगा कि इन दोनों खिलाड़ियों के एक्शन अपने आप के अपराध काफी गंभीर थे। याद हो कि तीन महीने पहले डू प्लेसी पर गेंद को आर्टिफीशियल पदार्थ से चमकाने का आरोप लगा था, जिसके बाद आईसीसी ने उन्हें दोषी ठहराते हुए जुर्माना लगाया था। दक्षिण अफ्रीका के नवंबर में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर होबार्ट टेस्ट के दौरान एक वीडियो फुटेज सामने आया था, जिसमें डू प्लेसी को मिंट वाली च्युइंगम खाते हुए दिखाया गया और फिर उन्होंने अपने थूक का इस्तेमाल करके गेंद को चमकाया। यह फुटेज मैच के कुछ दिनों के बाद सामने आई, जबकि अंपायरों ने भी इसके बारे में कोई शिकायत नहीं की, फिर आईसीसी ने डू प्लेसी के खिलाफ मामला दायर कर दिया। प्रोटीज कप्तान को लेवल 2 अपराध का दोषी पाते हुए मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और इसके साथ ही उनके रिकॉर्ड में दो अंक डीमेरिट के जोड़ दिए गए। डू प्लेसी ने इस फैसले के खिलाफ अपील भी की, लेकिन वह हर गए। इस सजा को बहुत ही कड़ा माना गया क्योंकि ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य टीमें भी इसी अंदाज में गेंद को चमकाने की बात स्वीकार कर चुकी थी। कोहली-स्मिथ मामले में प्रतिक्रिया मांगने पर डू प्लेसी ने कहा कि वह देखना पसंद करेंगे कि उनके दोनों विरोधी खिलाड़ियों के साथ आईसीसी कैसा बर्ताव करता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ डुनेडिन टेस्ट के बाद डू प्लेसी ने कहा, 'मैं हैरान हूं कि स्मिथ और विराट पर जुर्माना नहीं लगा। मैंने इससे गंभीर अपराध नहीं किया था, लेकिन उन दोनों पर आरोप नहीं लगा, इससे मुझे हैरानी हुई है। आईसीसी का रवैया विभिन्न था। जिस तरीके से यह हुआ उससे मैं हैरान हूं। हो सकता है कि मैं सिर्फ अपने दृष्टिकोण से यह कह रहा हूं और मुझे लगता है कि मेरे साथ बहुत कड़ा व्यवहार हुआ जबकि आप इसे देखेंगे तो लगेगा कि यह बिलकुल समान है।'