हाल ही में भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपने घरेलू सत्र के क्रिकेट कैलेंडर में से दिलीप ट्रॉफी को हटा दिया था। इसका कारण बीसीसीआई ने बताते हुए कहा था कि समय की कमी के चलते इस ट्रॉफी का आयोजन इस साल नहीं किया जायेगा लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासक समिति ने कड़े आदेश देते हुए, इस ट्रॉफी को आगामी सत्र में कराने का फैसला किया और बीसीसीआई से फैसला बदलवाया है।
प्रशासक समिति के चेयरमैन विनोद राय ने एक निजी खेल वेबसाईट से कहा कि हमने बीसीसीआई से कहा कि इस साल घरेलू सत्र में दिलीप ट्रॉफी का नाम क्यों नहीं है और हमें लगता है कि यह एक बेहद महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है, जिसके न कराने का फैसला गलत है। इसलिए हमने बीसीसीआई को अपने फैसला बदलने के लिए कहा और दिलीप ट्रॉफी को घरेलू क्रिकेट कैलेंडर में शामिल करने के लिए बोला है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी के अनुसार प्रशासक समिति ने बीसीसीआई टेक्निकल कमेटी से इस मामले को लेकर जवाब माँगा था, जिसके हेड भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली हैं लेकिन विनोद राय ने टेक्निकल कमेटी से ऐसी किसी भी बातचीत को लेकर इंकार कर दिया है। गौरतलब ये है कि सौरव गांगुली ने दिलीप ट्रॉफी को लेकर भी अपने विचार रखे थे, जिसमे उन्होंने कहा था कि मैंने मीडिया में सुना और पढ़ा है कि इस बार दिलीप ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो रहा। मुझे इस मामले को लेकर पूरी तफ्तीश नहीं है लेकिन यदि आपको याद हो तो टेक्निकल कमेटी दिलीप ट्रॉफी के आयोजन में अपना समर्थन करती नजर आई है साथ ही हमने दिलीप ट्रॉफी में पिंक गेंद का इस्तमाल करने का सुझाव भी बीसीसीआई को दिया था और हर साल की तरह इस साल भी दिलीप ट्रॉफी का आयोजन करने की मांग की थी।
सौरव गांगुली के सुझाव और अब प्रशासक समिति के आदेशों के बाद बीसीसीआई इस टूर्नामेंट को आगामी घरेलू सत्र में करा सकती है। दिलीप ट्रॉफी पिछले 56 वर्षो से घरेलू सत्र का अहम हिस्सा है लेकिन भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ व्यस्त घरेलू अन्तर्राष्ट्रीय सत्र को देखते हुए, इस बार दिलीप ट्रॉफी का आयोजन कम समय में किया जा सकता है।