मुंबई इंडियंस और गुजरात लायंस के बीच मुक़ाबले में एक घटना ऐसी भी भी हुई जिसने सबको हैरान कर दिया, जब फॉलो थ्रू पूरा करते समय ड्वेन ब्रावो आक्रामकता से काइरोन पोलार्ड की तरफ बढ़े और उसी वक्त पोलार्ड ने बल्ला मारने की पोजीशन में उठा लिया था। ज़्यादातर दर्शको को यही लगा कि दोनों खिलाड़ी मुक़ाबले मे रोमांच भरने के लिए ऐसा कर रहे है, लेकिन सभी इस बात से सहमत नही थे की यह सिर्फ मज़ाक था। ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर शेन वॉटसन ने ट्वीट करके इस हादसे पर हैरानी जताई। ब्रावों को इसके बाद जुर्माने के तौर पर 50 फीसदी मैच फीस कट ली। दोनों खिलाड़ियो ने फ़ाइन लगने के बाद अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी। ब्रावो ने जहां कहा कि पोलार्ड और उनके बीच कोई लड़ाई नही है, वो दोनों अच्छे दोस्त है। पोलार्ड जोकि फ़ाइन से बच गए क्योकि वो अपनी जगह पर ही थे, उन्होने कहा की यह गेम पूरा इमोशन लेस होता जा रहा है। ब्रावो ने ट्वीट कर कहा: Calm down everybody. @KieronPollard55 and I are best friends on and off the field. Pity that normal banter is being shaped to suit agendas. — Dwayne DJ Bravo (@DJBravo47) May 22, 2016 (सब शांत हो जाओ। पोलार्ड और मै मैदान के अंदर और बाहर अच्छे दोस्त है।छोटी सी बात को फालतू मे बड़ा कर दिया) It's never that serious. Forever #champion brothers pic.twitter.com/0iKHLb186Q — Dwayne DJ Bravo (@DJBravo47) May 22, 2016 (यह मज़ाक ही था। हमेशा की तरह चैम्पियन भाई) पोलार्ड ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी: Ridiculous outcome...!! Again I have seen worst happen obscenities used no outcome but @DJBravo47 fined ??? https://t.co/bxEzcwIg3b — Kieron Pollard (@KieronPollard55) May 22, 2016 (मैंने इससे भी बुरा होता देखा है जिसमे कोई कुछ नही करता लेकिन ब्रावों पर फ़ाइन) It's slowly turning into a robotic game.. No emotions no actions nothing ...2020 = entertainment !! Rigorous battles !! Evrything is a fine? — Kieron Pollard (@KieronPollard55) May 22, 2016 (यह गेम एक रोबोट की तरह बनता जा रहा है, जहा इमोशन की कोई जगह नही है।सब कुछ फ़ाइन ही है) जो लोग यह सोच रहे है कि कैसे दो दोस्त आपस मे भिड़ सकते है तो ब्रावों का एक हाल ही मे कहा था कि इस गेम मे उनका कोई सबसे बड़ा राइवल तो वो पोलार्ड है। पोलार्ड और मै अच्छे दोस्त है, हम दोनों एंटरटेनर्स है, हम दोनों फंस के लिए खेलते है। यही चीज़ है जो इस खेल को स्पेशल बनाता है और लोग यही देखने आते है। लेखक- दीपांकर, अनुवादक- मयंक महता