इंग्लैंड एंड वेल्श क्रिकेट बोर्ड ने यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के कई लोगों के खिलाफ कई चार्ज लगाए हैं। गवर्निंग बॉडी ने साफ किया है कि काउंटी के खिलाफ चार्ज लगाने से पहले उन्होंने गहरी जांच की है। सितंबर 2020 में अजीम रफीक (Azeem Rafiq) ने क्लब पर रेसिज्म के आरोप लगाए थे और कहा था कि वह आत्महत्या करने का विचार कर रहे थे। अब क्लब पर लगाए गए चार्ज इस मामले से जुड़े हैं।
जिन लोगों पर आरोप लगे हैं उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन बोर्ड उन पर बैन या फिर फाइन लगा सकती है। रफीक द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद से अब तक 16 लोग क्लब छोड़ चुके हैं। इंग्लिश बोर्ड उम्मीद कर रही है कि सितंबर या अक्टूबर में सुनवाई होगी और फिर उसी के हिसाब से मामले का फैसला सबके सामने लाया जाएगा।
अजीम रफीक ने किया बोर्ड के फैसले का स्वागत
रफीक ने बोर्ड द्वारा लिए गए ताजा फैसले का स्वागत किया है और वह उम्मीद कर रहे हैं कि सुनवाई जल्दी हो सके। 31 साल के रफीक का मानना है कि अन्य किसी युवा खिलाड़ी को ऐसी किसी स्थिति से ना गुजरना पड़े और सुनवाई को सार्वजनिक किया जाए। रफीक ने कहा,
मैं इंग्लिश बोर्ड द्वारा लिए गए आज के निर्णय का स्वागत करता हूं और उम्मीद करता हूं कि हम सुनवाई में तेजी से आगे जा सकें। यह एक जरूरी प्रक्रिया है। अपने अनुभव को सार्वजनिक तौर पर साझा करने के बाद मेरे लिए ये दो साल का लंबा इंतजार है, लेकिन अब मैं उम्मीद करता हूं कि अन्य किसी युवा खिलाड़ी को इस तरह के दर्द और परेशानी से ना गुजरना पड़े।
रफीक ने आगे कहा,
मैं चाहता हूं कि ये सुनवाई सार्वजनिक तौर पर कराई जाए, लेकिन मैं इस बात की उम्मीद में हूं कि कम से कम हम उस मोड़ पर पहुंच रहे हैं जहां मेरे और मेरे परिवार के लिए कुछ राहत की बात होगी।