भारत ने विश्व टेस्ट चैम्पियशिप (WTC) और इंग्लैंड के लम्बे दौरे (ENG vs IND) के लिए एक साथ ही स्क्वॉड की घोषणा कर दी थी। कोरोना महामारी के कारण भारत ने 20 सदस्यीय टीम चुनी थी तथा चार अन्य खिलाड़ियों को स्टैंडबाई के तौर पर चुना था। हालांकि लम्बे दौरे के कारण टीम के कुछ खिलाड़ियों को चोट की भी समस्या आयी और उनमें से कई खिलाड़ी दौरे से बाहर हो गए। दौरे से सबसे पहले बाहर होने खिलाड़ी शुभमन गिल थे। इसके बाद वॉशिंगटन सुंदर और अवेश खान भी अभ्यास मैच के दौरान चोटिल होने की वजह से स्वदेश लौट आये। इन दोनों खिलाड़ियों की जगह टीम मैनेजमेंट ने पृथ्वी शॉ और सूर्यकुमार यादव को श्रीलंका से सीधे इंग्लैंड भेजा है, जहां दोनों खिलाड़ी क्वारंटीन अवधि पूरी करेंगे।
पहले टेस्ट मैच में मयंक अग्रवाल के अभ्यास सत्र के दौरान चोटिल होने के कारण केएल राहुल को बतौर ओपनर खेलने का मौका मिला। राहुल ने इस मौके को भुनाया और भारत के लिए इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में टॉप स्कोरर रहे। वहीं अश्विन को पहले मैच में नहीं खिलाया गया। अश्विन की जगह टीम मैनेजमेंट ने शार्दुल तथा इशांत की जगह सिराज को मौका दिया। हालांकि अभी सीरीज के चार मैच और शेष है, इस दौरान कई खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलेगा। हालांकि कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिन्हें शायद इस सीरीज में एक भी मैच ना खिलाया जाये। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 बल्लेबाजों का जिक्र करने जा रहे हैं।
3 भारतीय बल्लेबाज जिन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शायद एक भी मैच खेलने का मौका ना मिले
#3 अभिमन्यु ईश्वरन
बंगाल के ओपनर अभिमन्यु ईश्वरन को भारतीय टीम के लिए स्टैंडबाई खिलाड़ी के तौर पर चुना गया था और वह पिछले कुछ समय से लगातार भारतीय टीम से जुड़े हुए हैं। ईश्वरन को शुभमन गिल के चोटिल होने और शॉ के उस समय उपलब्ध ना होने के कारण स्टैंडबाई खिलाड़ी से भारतीय स्क्वॉड में शामिल कर लिया गया था।
हालांकि इस खिलाड़ी का रणजी सीजन 2019/20 में काफी साधारण प्रदर्शन रहा था। इसके अलावा भारत के पास ओपनिंग के लिए पहले ही रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, केएल राहुल मौजूद हैं तथा जरूरत पड़ने पर अनुभवी हनुमा विहारी को भी आजमाया जा सकता है। ऐसे में इस टेस्ट सीरीज में ईश्वरन के खेलने की सम्भावना काफी कम है।
#2 ऋद्धिमान साहा
ऋद्धिमान साहा भारत के सबसे अच्छे विकेटकीपर्स में से एक हैं और वह पिछले कई सालों से भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बने हुए हैं। हालांकि पिछले कुछ समय से उन्हें प्लेइंग XI में मौका नहीं मिल पा रहा है। इसके पीछे प्रमुख वजह इस खिलाड़ी की साधारण बल्लेबाजी है। अपने पिछले 11 टेस्ट में, उन्होंने 30 के स्कोर को भी पार नहीं किया है और उनका बल्लेबाजी औसत महज 15.50 है।
दूसरी तरफ ऋषभ पंत ने खुद को टेस्ट प्रारूप में अपने आप को पूरी तरह से साबित कर लिया है और उन्होंने हाल ही में कई ऐसी पारियां खेली, जिससे भारत को मैच जीतने में आसानी हुयी। इसी वजह से पंत अगर चोटिल नहीं होते हैं तो फिर साहा का इस सीरीज में खेलना मुश्किल ही है।
#1 पृथ्वी शॉ
खराब प्रदर्शन के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भारतीय टेस्ट टीम से पृथ्वी शॉ को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। हालांकि इसके बाद उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी तथा आईपीएल में अपने बल्ले से ढेर सारे रन बनाये और इसी वजह से चयनकर्ताओं ने उन्हें श्रीलंका दौरे पर मौका दिया। इस दौरे पर उन्होंने वनडे में दो आक्रामक पारियां खेली। टी20 में शॉ को एक ही मैच खेलने को मिला, जिसमें वो शून्य पर आउट हो गए थे।
शॉ को श्रीलंका दौरे से सीधे इंग्लैंड जरूर बुलाया गया है लेकिन उनके खेलने की सम्भावना काफी कम है। जैसा कि हमने पहले ही बताया कि रोहित और मयंक की जोड़ी पहले ही मौजूद है और अब राहुल ने भी ओपनर के तौर पर अच्छा किया। ऐसे में शॉ को इस दौरे पर प्लेइंग XI में मौका मिलना मुश्किल है।