भारत (Indian Cricket Team) और इंग्लैंड दोनों ही टीमों ने कल से हेडिंग्ले में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच के लिए पूरी तरह से खुद को तैयार कर चुकी हैं। दोनों ही टीमों के लिए इस सीरीज (ENG vs IND) में खिलाड़ियों की चोट एक समस्या बनी रही है लेकिन भारतीय टीम को इससे कुछ खास फर्क नहीं पड़ा है और टीम ने अभी तक दमदार प्रदर्शन करते हुए सीरीज में 1-0 की बढ़त ले रखी है। तीसरे टेस्ट मैच में भारत की प्लेइंग XI पर सभी की नजर रहने वाली है। तीसरे टेस्ट से पहले भारत को एक अच्छी खबर मिली है और टीम के गेंदबाज शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) फिट हो चुके हैं।
शार्दुल लॉर्ड्स टेस्ट से पहले चोटिल हो गए थे और इसकी वजह से उन्हें मैच से बाहर होना पड़ा था। हालांकि शार्दुल की जगह टीम में अनुभवी इशांत शर्मा को शामिल किया गया और उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था। हालांकि सोमवार को टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने शार्दुल के फिट होने की जानकारी दी और कहा कि वो चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे।
शार्दुल के फिट होने के कप्तान विराट कोहली के सामने इशांत या फिर शार्दुल में से किसी एक को चुनने की समस्या खड़ी हो गई है। हालांकि इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनके आधार पर शार्दुल को हेडिंग्ले में नहीं खिलाना चाहिए।
3 प्रमुख कारण जिनके आधार पर शार्दुल ठाकुर को हेडिंग्ले टेस्ट में नहीं खिलाना चाहिए
#1 मौजूदा तेज गेंदबाजी आक्रमण ने शानदार प्रदर्शन किया है
भारतीय टीम के पास मौजूदा समय में बेहतरीन तेज गेंदबाजों की खेप मौजूद है और हर एक गेंदबाज ने अपनी काबिलियत को मौका मिलने पर साबित भी किया है। लॉर्ड्स में जब टीम के अनुभवी गेंदबाज इशांत को मौका मिला तो उन्होंने मैच में पांच विकेट चटकाए। इसके अलावा बुमराह और शमी ने लगातार दवाब बनाये रखा और इंग्लिश बल्लेबाजों को परेशान करते रहे। वहीं मोहम्मद सिराज इस पूरे दौरे में भारत के लिए बेहतरीन साबित हुए हैं। सिराज ने लॉर्ड्स में 8 विकेट चटकाकर ऐतिहासिक जीत में अहम रोल अदा किया था।
शार्दुल के फिट होने के बावजूद कप्तान विराट को अपने लॉर्ड्स के गेंदबाजी आक्रमण के साथ ही तीसरे टेस्ट में जाना चाहिए क्योंकि उन सभी ने शानदार लय दर्शाई है और विकेट भी निकाल कर दिए हैं।
#2 हेडिंग्ले की परिस्थितियां शार्दुल की गेंदबाजी के अनुकूल नहीं हैं
शार्दुल ठाकुर एक स्विंग कराने वाले तेज गेंदबाज हैं, जो गेंद को लगातार आगे करते हैं। हालांकि विराट कोहली ने आज मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ़ तौर पर कहा है कि हेडिंग्ले में उम्मीद के मुताबिक काफी कम घास है। इससे यह स्पष्ट होता है कि मैच में शायद स्विंग गेंदबाजी के लिए परिस्थितियां नहीं रहेंगी। अगर पिच ड्राई रहेगी तो शायद शार्दुल हमें खेलते हुए नहीं दिखेंगे। इसी वजह से इस मैच में शार्दुल को शामिल नहीं किया जाना चाहिए।
#3 अन्य गेंदबाजों का बतौर बल्लेबाज अच्छा करना
भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप से लेकर अभी तक विदेशों में ऐसे गेंदबाजों को शामिल करने पर ज्यादा जोर दिया है, जो निचले क्रम में बल्लेबाजी की काबिलियत रखते हों। इसी वजह से अश्विन को टीम में ना खिलाकर रविंद्र जडेजा को खिलाया जा रहा है। वहीं शार्दुल ठाकुर भी बल्लेबाजी करना जानते हैं और उन्होंने कई मौकों पर इस बात को साबित भी किया है।
हालांकि इस आधार पर शार्दुल को खिलाकर टीम को अपने विनिंग गेंदबाजी आक्रमण में छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। भारतीय बल्लेबाजों ने अभी तक सीरीज में अच्छा किया और पिछले टेस्ट में जरूरत पड़ने पर बुमराह और शमी ने भी दिखाया कि वो भी बल्ले से योगदान दे सकते हैं। ऐसे में कप्तान विराट कोहली को निचले क्रम में बल्लेबाजी की चिंता छोड़ शार्दुल को नहीं खिलाना चाहिए।