भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में गेंदबाजों की मददगार पिच पर बॉलिंग करने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। शमी के मुताबिक तेज गेंदबाज हमेशा यही चाहता है कि वो ऐसी पिच पर बॉलिंग करे जहां पर गेंदबाजों को मदद मिले और पहले वनडे की पिच ऐसी ही थी।
भारतीय टीम ने ओवल में खेले गए पहले वनडे मुकाबले में इंग्लैंड को 10 विकेटों से बुरी तरह हरा दिया। टॉस हारकर पहले खेलते हुए इंग्लैंड की टीम 25.2 ओवर में सिर्फ 110 रन पर आउट हो गई। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की घातक गेंदबाजी के आगे इंग्लैंड के बल्लेबाज ढेर हो गए। बुमराह ने 7.2 ओवरों में सिर्फ 19 रन देते हुए 6 विकेट चटकाए। इस दौरान उन्होंने तीन ओवर मेडन डाले। वहीं शमी ने भी उनका पूरा साथ दिया और 7 ओवरों में 31 रन देकर 3 विकेट चटकाए। जवाब में खेलते हुए भारत ने 18.4 ओवर में बिना विकेट गंवाए 114 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया।
ऐसी पिचों पर बार-बार गेंदबाजी का मौका नहीं मिलता है - मोहम्मद शमी
मैच के बाद सोनी स्पोर्ट्स से बातचीत में मोहम्मद शमी ने हरी पिच पर गेंदबाजी करने को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा 'आप इसे लालच कहें या फिर अंदर की खुशी लेकिन गेंदबाजी के लिए ऐसी विकटें काफी कम ही मिलती हैं। जबसे हमारी ये गेंदबाजी यूनिट बनी है और हमारा पेस अटैक मजबूत हुआ है हम इसी तरह के विकेटों की तलाश कर रहे हैं। हमें हर बार ऐसी पिचें नहीं मिलती हैं। कभी - कभी ऐसी पिच पर गेंदबाजी का मौका मिलता है और हम लकी रहे कि टॉस जीत गए और जिस तरह से गेंद मूव कर रही थी उससे एक अलग ही फीलिंग आ रही थी।'