ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम सैंडपेपर गेट घटना के बाद अपने सबसे बुरे दौर से गुज़र रही है। स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर को गेंद से छेड़-छाड़ की वजह से ऑस्ट्रेलिया द्वारा एक साल तक प्रतिबंधित कर दिया गया था। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने इंग्लैंड दौरे में दयनीय स्थिति में नज़र आ रही है। कंगारुओं ने श्रृंखला में किसी भी मैच में मेहमान टीम को कोई गंभीर चुनौती पेश नहीं की। ट्रेंटब्रिज के तीसरे एक दिवसीय मैच में, इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण की बखियाँ उधेड़ते हुए रिकार्ड तोड़ 481 रन बना डाले। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस समय खराब फॉर्म से गुज़र रही है, ऐसे में टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों को आगे बढ़ कर टीम को संभालने की ज़रूरत है। स्मिथ और वॉर्नर हालाँकि अगले साल के विश्व कप में खेल सकते हैं, लेकिन टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों को इस समय खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करने की ज़रूरत है। तो आइये इस लेख में हम ऐसे पांच खिलाड़ियों पर एक नज़र डालते हैं जो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को पुनर्जीवित करने में मदद कर सकते हैं:
ट्रैविस हेड
ट्रैविस हेड इस समय ऑस्ट्रेलिया के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ों में से एक हैं । हेड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2016 में 22 वर्ष की उम्र में अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी। तब से वह ऑस्ट्रेलिया की वनडे टीम का नियमित हिस्सा रहे हैं और उन्होंने 36 के प्रभावशाली औसत के साथ 1000 रन बनाए हैं। उन्हें मध्य क्रम के बल्लेबाज और सलामी बल्लेबाज दोनों के रूप में इस्तेमाल किया गया है, लेकिन वॉर्नर की अनुपस्थिति में, ऑस्ट्रेलियाई टीम प्रबंधन उन्हें सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। बल्लेबाज़ी के अलावा वह एक उपयोगी ऑफ-स्पिनर भी हैं। स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की गैर-मौजूदगी में ट्रैविस हेड के पास अच्छा मौका है कि वो ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट इतिहास में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा सकें।
शॉन मार्श
ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन बल्लेबाज़ शॉन मार्श पिछले कई सालों से अपनी टीम के लिए खेलते आ रहे हैं। मार्श ने 2008 में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। शुरुआती मैचों में अपने शानदार प्रदर्शन की वजह से उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम का भविष्य का सितारा माना गया था। लेकिन बाएं हाथ के यह बल्लेबाज महत्वपूर्ण मौकों पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। खराब फार्म के साथ-साथ वह चोटिल होने की वजह से टीम से अंदर-बाहर होते रहे। अपने पूरे करियर में, मार्श ने कई मैच जिताऊ पारियां भी खेलीं लेकिन वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखने में असफल रहे। खराब फॉर्म के कारण कई मैचों में उन्हें बाहर बैठना पड़ा लेकिन उन्हें जब भी मौका मिला उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। एशेज में अपने ज़बर्दस्त प्रदर्शन की वजह से उन्होंने क्रिकेट प्रशंसकों के साथ साथ राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का भी दिल जीता और टीम में अपना स्थान पक्का किया। गौरतलब है कि मार्श ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही वनडे सीरीज़ में दो शतक लगाए हैं और अब वह टीम के अहम खिलाड़ी बन गए हैं।
जोश हैज़लवुड
ऑस्ट्रेलिया के प्रतिभाशाली तेज़ गेंदबाज़ जोश हैज़लवुड ने 2014 में टेस्ट मैच के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पर्दापण किया था। उन्होंने मिचेल स्टार्क के साथ मिलकर अपनी टीम को कई मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई और अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत वह टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर काबिज़ रहे हैं। भले ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है, फिर भी वनडे क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन ज़बर्दस्त रहा है। इस तेज गेंदबाज ने अभी तक खेले 41 एकदिवसीय मैचों में 69 विकेट लिए हैं। वह पूरी सटीकता और अनुशासन के साथ गेंदबाज़ी करते हैं बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने के लिए उनसे बेहतर गेंदबाज़ वर्तमान ऑस्ट्रेलिआई टीम में शायद कोई नहीं है। अगले साल होने वाले विश्व कप को ध्यान में रखते हुए, चयनकर्ता उन्हें वनडे में और अधिक अधिक अवसर दे सकते हैं तांकि वह वह ऑस्ट्रेलिया को लगातार दूसरा विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभा सकें।
मिचेल स्टार्क
एक गेंदबाज जो विश्व क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाजी लाइन-अप को अकेले दम पर तहस-नहस करने की क्षमता रखता है, वह है मिचेल स्टार्क। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ ने अपने शानदार प्रदर्शन से अपनी राष्ट्रीय टीम में नियमित गेंदबाज़ के तौर पर जगह बनाई है। हैज़लवुड की तरह, उन्होंने वनडे की तुलना में अधिक टेस्ट खेले हैं। हालांकि, स्मिथ और वॉर्नर की गैरमौजूदगी में चयनकर्ता निश्चित रूप से विश्व कप से पहले वनडे टीम में स्थिरता लाने के लिए इस प्रमुख तेज गेंदबाज को हर मैच में खिलाना चाहेंगे। स्टार्क पिछले कुछ वर्षों से चोटिल होते रहे हैं, ऐसे में उन्हें अपनी फिटनेस पर ज़्यादा ध्यान देना होगा।
आरोन फ़िंच
स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाज़ी को मजबूती प्रदान करने के लिए फिंच बेहद अहम बल्लेबाज हैं। फिंच, जो कई वर्षों से ऑस्ट्रेलिया की वनडे टीम का नियमित हिस्सा रहे हैं, उन्होंने टीम के लिए कई मैच जिताऊ पारियां खेली हैं। फिंच की मैच की स्थिति के अनुसार खेलने की क्षमता और आईपीएल में स्पिनर्स के खिलाफ उनका शानदार प्रदर्शन, उन्हें ऑस्ट्रेलिया का सबसे महत्व्पूर्ण बल्लेबाज़ बनाते हैं। इसके साथ ही, टिम पेन के नेतृत्व कौशल पर सवाल उठने के साथ फिंच को कप्तानी सौंपी जा सकती है। लेखक: रैना सिंह अनुवादक: आशीष कुमार