इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन के ताबड़तोड़ शतक की बदौलत वेस्टइंडीज के खिलाफ इस टीम को पहले एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मैच में जीत मिली। लेकिन उनके अनुसार शुरुआत में इस पारी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। मॉर्गन ने शुक्रवार को 107 गेंदों में 116 रन की पारी खेलते हुए इंग्लैंड को इंडीज पर 45 रनों से जीत दर्ज कराने में अहम भूमिका निभाई। इंग्लैंड और मॉर्गन के लिए धीमी शुरुआत रही और जब कप्तान बल्लेबाजी के लिए आए, तब स्कोर 29-2 था। 4 के निजी योग पर कैच छूटने के बाद मॉर्गन ने खुद को पिच के अनुरूप ढाल लिया और टीम का कुल स्कोर 296-6 रन पर पहुंचा दिया। इसके बाद वेस्टइंडीज की टीम 251 रनों पर ढेर हो गई। पिच और परिस्थितियों को लेकर मॉर्गन ने मैच के बाद अजीब बयान दिया क्योंकि गेंद शुरुआत में गेंद उनके बल्ले पर नहीं आ रही थी। मॉर्गन ने इसके बाद कहा "मुझे लगा कि मैं कुछ समय के लिए एक स्टंप से बल्लेबाजी कर रहा था। खुद को इसमें ढालना बेहद कठिन था। सभी को ऐसा लगता है। बता दें कि शुरुआत में संघर्ष करने के बाद मॉर्गन ने मैच में अपना 10वां वन-डे शतक लगाया। मॉर्गन ने आगे कहा "सैम बिलिंग्स को भी कुछ समय लगा लेकिन बाद में उन्होंने प्रति गेंद रन के हिसाब से मैनेज कर लिया। नए बल्लेबाजों के लिए उपरी क्रम महत्त्वपूर्ण होता है, बेन स्टोक्स ने वही किया। उल्लेखनीय है कि वेस्ट इंडीज के खिलाफ शुक्रवार को हुए पहले एकदिवसीय में बिलिंग्स ने 52, मोईन अली ने नाबाद 31 और बेन स्टोक्स ने 55 रन बनाकर कप्तान मॉर्गन का अच्छा साथ दिया। लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान टीम के 3 विकेट जल्दी ही गिरने के बाद उनके बल्लेबाज जैसन मोहम्मद ने 72 और जोनाथन कार्टर ने 52 रनों की पारी खेल कुछ संघर्ष किया लेकिन अंततः टीम को हार से नहीं बचा पाए। गौरतलब है कि इससे पहले इंग्लैंड ने भारत में टेस्ट, वन-डे और टी20 मैचों की सीरीज खेली थी और इस टीम को तीनों प्रारूपों में हुई सीरीज में शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इंडीज के खिलाफ पहले वन-डे में मिली जीत से उनके खिलाड़ी आत्म-विश्वास से लबरेज हुए होंगे।