इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक और हसीब हमीद ने रविवार को दूसरे टेस्ट के चौथे दिन भले ही भारतीय टीम को अपने मजबूत डिफेंस से काफी निराश किया हो, लेकिन चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि अंतिम दिन मेहमान टीम को बल्लेबाजी करने में बहुत मुश्किल होगी। 405 रन के असंभव लक्ष्य का पीछा करते हुए कुक और हमीद ने 51वें ओवर तक भारत को सफलता लेने से वंचित रखा। दोनों ही इंग्लिश ओपनर्स अब पवेलियन लौट चुके हैं। अश्विन ने हमीद को जबकि जडेजा ने कुक को LBW आउट करके भारत की स्थिति सुखद कर दी। पुजारा ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'जिस तरह चीजें हो रही हैं उससे हम खुश हैं। हमने दो विकेट निकाले जबकि हम जानते थे कि उन्हें आउट करना आसान नहीं होगा। हमारी अपनी योजनाएं थी और हमने आख़िरकार उपलब्धि हासिल की। संभवतः पांचवें दिन बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। हमने देखा कि पिच पर दरारे बढ़ गई हैं।' यह पूछने पर कि रक्षात्मक शैली से खेलने से सफलता मिलेगी तो पुजारा ने कहा, 'अगर आप रक्षात्मक होकर खेलेंगे तो विकेट निकालना मुश्किल हैं। मगर हमने देखा कि पिच पर अनिश्चित उछाल है। उन्होंने कुछ सत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन हमारी योजना स्पष्ट थी। हमारे लिए चीजें आसानी से नहीं आ रही थी, हम जानते थे कि उनमें बल्लेबाजी करने की अच्छी क्षमता है। हम चीजों को हलके में नहीं लेंगे। हम उन पर हावी होने की कोशिश करेंगे।' चौथे दिन स्टंप्स के समय इंग्लैंड की टीम दो विकेट खोकर 87 रन बना चुकी है और अंतिम दिन उसे जीतने के लिए 318 रन की दरकार है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ चार ही टीमें 400 से अधिक रन के लक्ष्य का सफल पीछा कर सकी हैं। पुजारा ने कहा, 'भारतीय परिस्थितियों में चौथे या पांचवें दिन 400 से अधिक रन के लक्ष्य का पीछा करना कभी भी आसान नहीं होता। यह हमेशा से मुश्किल है और कई टीमें ऐसा नहीं कर सकी हैं।' भारत ने अपने दोनों डीआरएस रीव्यू 6 गेंदों के भीतर गंवा दिए हैं और पुजारा ने कहा कि हमें ऐसे मौके पर जोखिम उठाने की जरुरत है। उन्होंने कहा, 'हमें विकेट चाहिए थे, इसलिए यह सही फैसला था। कुछ नजदीकी मामले आए थे और हमें ऐसे में विकेट मिलने की उम्मीद थी। नजदीक खड़े फील्डरों को भी लगा कि यह बहुत ही करीबी मामला है। मेरे ख्याल से यह सही फैसला था और हम इनसे संतुष्ट हैं।'