Ashes 2017: इंग्लैंड के पास सीरीज़ में वापसी करने का आख़िरी मौक़ा, कंगारुओं की नज़र जीत के साथ पर्थ को अलविदा कहने पर

एशेज़ सीरीज़ में इंग्लैंड को अगर ट्रॉफ़ी अपने पास रखनी है तो इसके लिए बचे तीनों ही टेस्ट इंग्लिश टीम के लिए बेहद निर्णायक हैं। 5 मैचों की सीरीज़ में मेज़बान ऑस्ट्रेलिया 2-0 से आगे है और अब सभी की नज़रें तीसरे और अहम टेस्ट पर हैं, जो गुरुवार से पर्थ में खेला जाएगा। ये टेस्ट इस मायनों में भी ख़ास है क्योंकि पर्थ के इस WACA मैदान पर ये आख़िरी टेस्ट हो सकता है, क्योंकि पर्थ में अब नया स्टेडियम बन कर तैयार है, आने वाले अंतर्राष्ट्रीय मैचों की मेज़बानी अब नए स्टेडियम में ही होने की संभावना है। लिहाज़ा पर्थ टेस्ट को जीतकर एशेज़ पर क़ब्ज़ा जमाने के साथ साथ इस मैदान को भी जीत के साथ विदाई देने के लिए स्मिथ की सेना बेक़रार है। पर्थ के आंकड़े मेज़बान और मेहमान दोनों के ख़िलाफ़ इंग्लैंड के लिए एशेज़ के इस दौरे पर अगर सबसे माक़ूल कोई मैदान है तो वह ये पर्थ ही है। इसकी वजह है मेज़बान टीम के लिए पिछले कुछ सालों से WACA का ख़राब रिकॉर्ड। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर पिछले 9 मैचों में सिर्फ़ 4 में जीत दर्ज की है, दक्षिण अफ़्रीका ने 3 बार जहां मेज़बान को WACA पर शिकस्त दी है तो पिछली बार न्यूज़ीलैंड ने भी ऑस्ट्रेलिया को इस मैदान पर जीत से महरूम कर दिया था। बावजूद इसके अंग्रेज़ों के लिए इस मैदान की यादें अच्छी नहीं रही हैं, अब तक एशेज़ के 13 मुक़ाबले इस मैदान पर हुए हैं जिसमें 9 बार इंग्लैंड को हार मिली है। इंग्लिश टीम ने पर्थ पर आज तक केवल एक मुक़ाबला जीता है, और ये जीत भी उन्हें 1978 में हासिल हुई थी। पर्थ पर खेले गए पिछले 4 टेस्ट मैचों में सिर्फ 1 में ही मेज़बान को जीत मिली है, लेकिन ये जीत उन्हें इंग्लैंड के ख़िलाफ़ ही 2013-14 में मिली थी। रणनीति में क्या होगा बदलाव ? इंग्लैंड ने अब तक इस सीरीज़ के दोनों ही टेस्ट में कई मौक़ों पर ऑस्ट्रेलिया पर पकड़ मज़बूत बनाई थी, लेकिन पहले टेस्ट में जहां स्टीवेन स्मिथ का तोड़ इंग्लिश गेंदबाज़ों को नहीं मिला। तो एडिलेड में हुए पिंक बॉल टेस्ट में शॉन मार्श ने नाज़ुक मौक़े पर शतक जड़ते हुए मेज़बान टीम को मैच में वापस ला खड़ा किया था। एक ग़ौर करने वाली बात ये है कि इन दोनों ही मौक़ों पर पैट कमिंस ने अपने बल्ले से इंग्लिश टीम को ख़ूब परेशान किया था। ब्रिसबेन टेस्ट में कमिंस ने स्मिथ के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई तो एडिलेड में उन्होंने मार्श का साथ दिया। लिहाज़ा इंग्लिश गेंदबाज़ इसपर ज़रूर ध्यान देंगे कि जल्द से जल्द पुछल्ले बल्लेबाज़ों को समेटना बेहद ज़रूरी है। पीटर हैंड्सकॉम्ब पर गिर सकती है गाज ऑस्ट्रेलिया के लिए इस सीरीज़ में वैसे तो अब तक सब बेहतरीन जा रहा है, जहां सलामी बल्लेबाज़ कैमरन बैनक्रॉफ़्ट के रूप में डेविड वॉर्नर को एक शानदार साथी मिल चुका है। तो शॉन मार्श की मध्यक्रम में वापसी भी ऑस्ट्रेलिया के लिए एडिलेड में जीत लेकर आई लेकिन नंबर-5 पर पीटर हैंड्सकॉम्ब का ख़राब फ़ॉर्म (4 पारियों में 62 रन) स्मिथ को परेशान कर रहा है, यही वजह है कि स्कॉयड में मिचेल मार्श को भी बुलाया गया है। उम्मीद की जा रही है कि पर्थ में मिचेल मार्श को आख़िरी-11 में शामिल किया जा सकता है, ऐसा होगा तो उनके बड़े भाई शॉन मार्श नंबर-5 पर आ सकते हैं और मिचेल नंबर-6 पर खेलेंगे। मिचेल मार्श के आने से ऑस्ट्रेलिया के पास एक और तेज़ गेंदबाज़ का विकल्प भी मौजूद रहेगा। हालांकि इसका फ़ैसला स्मिथ मैच की सुबह पिच को देखकर ही करेंगे। पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज पर्थ की पिच हमेशा से जिस चीज़ के लिए मशहूर रही है वह है उछाल और तेज़ी, एक समय था जब पर्थ को दुनिया की सबसे तेज़ पिच कहा जाता था। लेकिन बदलते वक़्त के साथ इस पिच का मिज़ाज भी बदल गया है, पिछले दशक से ये पिच अब पूरी तरह से बल्लेबाज़ों के लिए मूफ़ीद हो चुकी है। गुरुवार को भी इसमें कुछ ख़ास बदलाव नहीं आने वाला है, ऊपर से पहले तीन दिन मौसम पूरी तरह से साफ़ रहने की उम्मीद है और चूंकि पिच सूखी है लिहाज़ा धूप के साथ साथ ये और भी सूखेगी, जिसका फ़ायदा स्पिनर उठा सकते हैं। लेकिन चौथे और पांचवें दिन बारिश की भी संभावना की जा रही है, यानी अगर बारिश आती है तो आख़िरी दो दिनों में स्पिनर को भी वैसी मदद नहीं मिल पाएगी जिसकी उम्मीद नैथन लॉयन और मोईन अली ने लगा रखी है। आंकड़ों के झरोख से क्यों है ये टेस्ट ख़ास ? इंग्लैंड के दोनों ही तेज़ गेंदबाज़ों के लिए पर्थ ऐतिहासिक बन सकता है, जेम्स एंडरसन वेस्टइंडीज़ के दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ कोर्टनी वॉल्श के 519 विकेटों से सिर्फ़ 6 विकेट दूर हैं। एंडरसन ने ये मुक़ाम हासिल किया तो फिर वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाली फ़ेहरीस्त में टॉप-5 में आ जाएंगे। स्टुअर्ट ब्रॉड भी 400 विकेट लेने से महज़ 7 विकेट दूर हैं, तो दिग्गज बल्लेबाज़ एलिस्टेयर कुक पर्थ में उतरते ही 150 टेस्ट खेलने वाले पहले इंग्लिश खिलाड़ी होंगे जबकि टेस्ट इतिहास में वह ऐसा करने वाले 8वें बल्लेबाज़ होंगे। एक नज़र दोनों ही देशों के प्लेइंग-XI पर इंग्लैंड ने मैच से पहले ही अंतिम एकादश के बारे में एलान कर दिया है जिसमें कोई भी बदलाव नहीं किया गया है, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने मैच की सुबह ही प्लेइंग-XI की घोषणा करने का फ़ैसला किया है। ऑस्ट्रेलिया संभावित-XI: डेविड वॉर्नर, कैमरन बैनक्रॉफ़्ट, उस्मान ख़्वाजा, स्टीवेन स्मिथ, शॉन मार्श, मिचेल मार्श, टिम पेन, मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, जोश हेज़लवुड और नैथन लॉयन इंग्लैंड प्लेइंग-XI: एलिस्टेयर कुक, मार्क स्टोनमैन, जेम्स विंस, जो रूट, डेविड मलान, जॉनी बेयरस्टो, मोईन अली, क्रेग ओवर्टन, क्रिस वोक्स, स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन

Edited by Staff Editor
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