India vs England: 3 प्रतिभाशाली भारतीय खिलाड़ी जिन्हें अंतिम 2 टेस्ट मैचों में ना चुना जाना दुर्भाग्यपूर्ण है

भारत के इंग्लैंड दौरे में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के हाथों मिली शर्मनाक हार के बाद भारतीय टीम ने ट्रेंट ब्रिज में खेले गए तीसरे टेस्ट में जीत के साथ शानदार वापसी की और अब सीरीज़ का स्कोर 2-1 हो गया है। अब भारतीय टीम को अपने अंतिम दोनों मैच जीतने होंगे। ऐसे में, पांच मैचों की इस टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम के लिए चौथा और पांचवां टेस्ट बहुत अहम होगा। घरेलू क्रिकेट में करुण नायर, हनुमा विहारी, पृथ्वी शॉ और शारदुल ठाकुर जैसे युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के बाद चयनकर्तायों ने उन्हें टीम में शामिल किया है। ऐसे में कुछ ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी हैं जिन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया। तो आइये ऐसे तीन भारतीय खिलाड़ियों पर एक नज़र डालें जो बदकिस्मत रहे कि उन्हें आगामी दो टेस्ट मैचों में टीम में नहीं चुना गया: अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए टीम: विराट कोहली (क), शिखर धवन, केएल राहुल, पृथ्वी शॉ, पुजारा, रहाणे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हनुमा विहारी, हार्दिक पांड्या, अश्विन, जडेजा, ईशांत शर्मा, शमी, उमेश यादव, शारदुल ठाकुर, दिनेश कार्तिक (विकेट), करुण नायर, बुमराह। मोहम्मद सिराज एक गेंदबाज़ के रूप में मोहम्मद सिराज का उदय असाधारण रहा है। वह एक गरीब परिवार से संबंध रखते हैं और एक ऑटोरिक्शा चालक के बेटे हैं। आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए अपने दूसरे सत्र में, उन्होंने सर्वाधिक 41 विकेट लिए थे। उनके प्रदर्शन को देखते हुए चयनकर्ताओं ने उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी -20 सीरीज़ में टीम में शामिल किया था। हालांकि, वह अब तक खेले गए 3 टी 20 में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन हमेशा चयनकर्ताओं के रडार पर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में इंग्लैंड दौरे में, भारत 'ए' का प्रतिनिधित्व किया, और शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 15 विकेट लिए। वहीं बेंगलुरु की बल्लेबाज़ी अनुकूल पिच पर उन्होंने दक्षिण अफ्रीका 'ए' के खिलाफ कुल 14 विकेट लिए थे। उनके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए सिराज को इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो मैचों में ना चुना जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।रजनीश गुरबानी विदर्भ के लिए खेलने वाले रजनीश गुरबानी ने अपनी टीम को रणजी ट्रॉफी का ख़िताब जिताने में बेहद अहम भूमिका निभाई थी। कर्नाटक के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने अहम मौकों पर 12 विकेट लेकर टीम को फाइनल में पहुंचाया था। इसके अलावा वह रणजी ट्रॉफी के फाइनल में हैट-ट्रिक बनाने वाले दूसरे गेंदबाज़ बने। उन्होंने 2017-2018 रणजी सीज़न में विदर्भ की ओर से खेलते हुए कुल 39 विकेट लिए थे। उनकी प्रतिभा को देखते हुए इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैचों में उनका ना चुना जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।मयंक अग्रवाल मयंक अग्रवाल 27 साल के हैं और घरेलू क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। मयंक अग्रवाल ने एक विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ के रूप में बेहद शानदार प्रदर्शन किया है। रणजी सीज़न 2017-18 में उनका प्रदर्शन ज़बदस्त रहा था और उन्होंने उस सीज़न में 1000 से ज्यादा रन बनाए थे। इसके बाद उन्हें आईपीएल 2018 की नीलमी में किंग्स इलेवन पंजाब ने अपने साथ शामिल किया, जिसमें उनका प्रदर्शन शानदार रहा था। इसके अलावा इंडिया ए के लिए खेलते हुए भी मयंक अग्रवाल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। ऐसे में, इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैचों में उनका टीम में ना किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। लेखक: हरशथ प्रभु अनुवादक: आशीष कुमार