मुरली विजय से इस टेस्ट सीरीज़ में बड़ी भूमिका निभाने की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को निराश किया। विजय ने अपनी चार पारियों में केवल 26 रन बनाए हैं और स्विंग होती गेंदों के खिलाफ उन्होंने संघर्ष किया है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने विदेशी परिस्थितियों में निराशाजनक प्रदर्शन किया है और उनका कुल औसत 40 से नीचे गिर गया है। यद्यपि उनके पास कवर-ड्राइव खेलने की ज़बरदस्त क्षमता है लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ खेले दो मैचों की अपनी चार पारियों में वह रन बनाने के लिए जूझते दिखे हैं। उनकी गिरती फॉर्म की वजह से ही तीसरे टेस्ट में विजय को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उनकी जगह पर शिखर धवन को तीसरे टेस्ट में भारतीय टीम में चुना गया और उन्होंने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है।शिखर धवन अगले दो टेस्ट मैचों में भी सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका निभाते रहेंगे। ऐसे में, 34 वर्षीय मुरली विजय को बेहद अहम अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए भी टीम से बाहर बैठना पड़ सकता है।