ENG v IND: 2014 दौरे के 5 खिलाड़ी जो इस बार नहीं हैं भारत के सीमित ओवर का हिस्सा

भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज खेल रही है और मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफोर्ड में पहला मैच जीतकर सीरीज में बढ़त भी बना चुकी है। अब सीरीज का दूसरा मैच 6 जून को कार्डिफ में खेला जाएगा। इसके बाद दोनों ही टीमें तीन मैचों की वन डे सीरीज भी खेलेगी। पिछले बार 2014 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड के दौरे पर थी तो टेस्ट सीरीज में उसे बुरी तरह हार मिली थी लेकिन वनडे सीरीज में शानदार वापसी करते हुए टीम इंडिया ने मेजबान टीम को 3-1 से हराकर सीरीज अपने नाम कर लिया था, जबकि एक मैच बारिश की वजह से नहीं खेला गया था। वहीं एक मात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले को इंग्लैंड ने 3 रनों से अपने नाम कर लिया था। उस दौरे में कई खिलाड़ियों ने वनडे सीरीज में टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन उनमें से कई खिलाड़ियों को इस बार टीम में जगह नहीं मिली है। आज हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो 2014 के दौरे में सीमित ओवर टीम का हिस्सा थे लेकिन इस बार टीम से बाहर हैं:

#5 अजिंक्य रहाणे

वर्तमान में भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे 2014 दौरे में सीमित ओवरों की सीरीज में टीम के मुख्य खिलाड़ी थे। वनडे सीरीज के 4 मैचों में उन्होंने 48 की औसत में 192 रन बनाये थे, जिसमें एक शतक भी शामिल था। सीरीज के चौथे मैच में रहाणे के बल्ले से 100 गेंदों में 106 रन निकले थे और टीम ने आसान जीत के साथ सीरीज पर कब्जा जमा लिया था। वहीं एक मात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में उनके बल्ले से सिर्फ 8 रन निकले और टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। अजिंक्य रहाणे आज भी टेस्ट मैचों में टीम के प्रमुख बल्लेबाज हैं लेकिन सीमित ओवरों के खेल में रहाणे के बल्ले से लगातार रन नहीं निकले हैं। वह मुख्य रूप से सलामी बल्लेबाज हैं लेकिन रोहित और धवन की वजह से उन्हें मौका नहीं मिला पाता और मध्यक्रम में उनके बल्ले से रन नहीं निकलते। इसी वजह से उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा और केएल राहुल जैसे बल्लेबाज ने टीम उनकी जगह ले ली।

#4 अम्बाती रायुडू

टीम में अम्बाती रायुडू का चयन इस बार भी किया गया था लेकिन यो-यो टेस्ट में फेल होने की वजह से उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए वह टीम के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे। टीम को विजेता बनाने में रायुडू के बल्ले ने भी अहम योगदान दिया था। इसी प्रदर्शन की वजह से उनका चयन भारतीय टीम में भी हुआ था। पिछले इंग्लैंड दौरे में भी रायुडू ने अच्छी बल्लेबाजी की थी। वहां उन्हें सिर्फ दो मैच खेलने का मौका मिला था। उन दो मैच में अर्धशतकीय पारी समेत रायडू के बल्ले से कुल 117 रन निकले थे।

#3 रविचंद्रन अश्विन

एक साल पहले तक सभी फॉर्मेट टीम इंडिया के प्रमुख स्पिन गेंदबाज रहे अश्विन अब सिर्फ टेस्ट मैचों तक ही सिमट कर रह गए हैं। कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के शानदार प्रदर्शन की वजह से उन्हें वनडे और टी20 टीम से बाहर होना पड़ा। पिछले दौरे पर उन्होंने 4 एकदिवसीय मैचों में लगभग 4 की इकॉनोमी से 7 विकेट चटकाए थे। उनके बाद से उनके प्रदर्शन ने लगातार गिरावट आने लगी और पिछले साल से ही वह सीमित ओवरों की टीम से बाहर चल रहे हैं। कुलदीप और चहल जिस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं उससे अब अश्विन की वापसी की राह भी मुश्किल ही दिख रही है।

#2 मोहम्मद शमी

मोहम्मद शमी का करियर अब तक काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। जब वह खेलते हैं तो गेंद से उनका प्रदर्शन शानदार रहता है लेकिन चोट और निजी विवादों की वजह से उनके खेल पर काफी प्रभाव पड़ा है। पिछले इंग्लैंड दौरे में वह टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज थे और वनडे सीरीज जीत में उनकी अहम भूमिका थी। शमी ने 4 मैचों में 5 से कम की इकॉनोमी से 8 विकेट झटके थे। अश्विन की तरह ही उनके प्रदर्शन में भी गिरावट आने लगी और चोट की वजह से वह पहले की तरह निरंतर नहीं रहे। जसप्रीत बुमराह और कई नए तेज गेंदबाजों के आने के बाद उन्हें वनडे और टी20 टीम से अपनी जगह गंवानी पड़ी।

#1 स्टुअर्ट बिन्नी

स्टुअर्ट बिन्नी पिछले इंग्लैंड दौरे में टीम का हिस्सा थे लेकिन उन्हें एक भी वनडे या टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका नहीं मिला जबकि वह टेस्ट मैच में मिले मौके को भुना नहीं पाए और पूरी तरह फेल रहे। उसके बाद से उनके करियर का ग्राफ काफी तेजी से नीचे गिरा और उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी आ गई। हार्दिक पांड्या के टीम में आने के बाद वह पूरी तरह टीम से बाहर हो गए। आईपीएल में भी बिन्नी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। इसके बावजूद बिन्नी घरेलू मैचों में बिन्नी कर्नाटक टीम का अहम हिस्सा हैं और टीम की जीत में उनका काफी योगदान रहता है। अब टीम इंडिया में उनकी वापसी की राह मुश्किल ही दिखती है। लेखक- अानंद मुरलीधरण अनुवादक- ऋषिकेश सिंह

Edited by Staff Editor