England vs India: नॉटिंघम टेस्ट में भारतीय टीम की जीत के 5 कारण

भारतीय टीम ने इंग्लैंड को ट्रेंट ब्रिज में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में 203 रनों से हराते हुए सीरीज में शानदार वापसी की है। लॉर्ड्स टेस्ट में खराब प्रदर्शन करने के बाद भारत ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए तीसरे टेस्ट को जीता। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को बल्ल्बाजी का न्यौता दिया। विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की शानदार बल्लेबाजी के दम पर भारत ने पहली पारी में 329 रन बनाए, इसके बाद हार्दिक पांड्या की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर भारत ने इंग्लैंड को पहली पारी में सिर्फ 161 रनों पर ढ़ेर कर दिया। दूसरी पारी में कोहली के शतक, चेतेश्वर पुजारा और हार्दिक पांड्या की अर्धशतकीय पारी के दम पर इंग्लैंड को 521 रनों का लक्ष्य दिया। दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की और इंग्लैंड की टीम 317 रनों पर ऑलआउट हो गई। दोनों टीमों के बीच चौथा टेस्ट मैच 30 अगस्त से खेला जाएगा, लेकिन उससे पहले नजर डालते हैं तीसरे टेस्ट में भारत की जीत के मुख्य कारणों पर:

# हार्दिक पांड्या का योगदान

हार्दिक पांड्या के प्रदर्शन में कभी भी निरंतरता देखने को नहीं मिली है, लेकिन इस मैच में उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको काफी प्रभावित किया और उनके स्पेल ने इंग्लैंड को बैकफुट पर भेजा। इंग्लैंड की पहली पारी में पांड्या ने 6 ओवर के स्पेल में 5 विकेट लिए। इसके अलावा दूसरी पारी में बल्ले के साथ उनका योगदान काफी अहम रहा, उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेलकर भारत की बढ़त को 500 के पार पहुंचाया। मैच की चौथी पारी में पांड्या ने बेन स्टोक्स का विकेट भी हासिल किया।

#विराट कोहली की दो शानदार पारियां

लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा था। हालांकि तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए इस सीरीज का अपना दूसरा शतक लगाया। पहली पारी में भी कोहली ने 97 रन बनाए थे, लेकिन वो शतक बनाने से चूक गए थे। उनकी बल्लेबाजी में अात्मविश्वास देखने को मिला और उन्होंने जरूरत पड़ने पर गेंदबाजों पर आक्रमण भी किया। विराट कोहली ने पहली पारी में अजिंक्य रहाणे के साथ और दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी भी की।

# स्लिप फील्डिंग में सुधार

पहले टेस्ट में भारत की हार का मुख्य कारण खराब फील्डिंग थी। टीम ने कई कोच छोड़े, जिसका फायदा इंग्लैंड ने उठाया। हालांकि इस मैच में भारतीय टीम की फील्डिंग में काफी सुधार देखने को मिला। ऋषभ पंत ने शानदार विकेटकीपिंग करते हुए पहली पारी में 5 कैच पकड़े थे। कोहली और राहुल ने भी स्लिप में शानदार फील्डिंग की। राहुल ने मैच में कुल मिलाकर 7 कैच पकड़े। दूसरी तरफ इंग्लैंड के फील्डर्स का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा।

# इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज

इंग्लैंड टीम के लिए इस सीरीज में सबसे बड़ी समस्या उनके सलामी बल्लेबाजों का प्रदर्शन रहा है। एलिस्टेयर कुक और कीटन जेनिंग्स दोनों को ही अच्छी शुरूआत मिली है, लेकिन वो उसका फायदा उठाने में कामयाब नहीं हुए हैं। कुक ने जहां मैच में 46 रन बनाए, तो जेनिंग्स के बल्ले से भी 32 रन निकले। हालांकि इंग्लैंड टीम मैनेजमेंट को आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए सलामी बल्लेबाजी के लिए दूसरे खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए।

# दूसरे बल्लेबाजों का योगदान

पहले टेस्ट में विराट कोहली ने भारत के लिए 50 प्रतिशत से ज्यादा रन बनाए। विराट कोहली के अलावा सभी बल्लेबाज संघर्ष करते हुए नजर आए। दूसरे टेस्ट में भी बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन जारी रहा। हालांकि तीसरे टेस्ट में हालात कुछ अलग थे। शिखर धवन और केएल राहुल ने दोनों पारियों में शानदार शुरूआत दिलाई। रहाणे ने पहले पारी में शानदार पारी खेली, तो पुजारा ने दूसरी पारी में अपना कमाल दिखाया। इसके अलावा हार्दिक पांड्या ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। ऋषभ पंत ने भी पहली पारी में अपनी छोटी पारी से सबको काफी प्रभावित किया था।