पहला सत्र: अपनी आखिरी टेस्ट पारी में एलिस्टेयर कुक ने इतिहास रचते हुए 33वां शतक जड़ा और चौथे दिन लंच तक इंग्लैंड को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था। इंग्लैंड के कप्तान जो रुट ने कुक का बखूबी साथ दिया और पहले सत्र के अंत तक दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 183 रनों की साझेदारी हो चुकी थी। तीसरे दिन के स्कोर 114/2 से आगे खेलते हुए इंग्लैंड ने लंच तक 74 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर 243 रन बना लिए थे और उनकी बढ़त 283 रनों की हो चुकी थी। कुक 103 और रुट 92 रन बनाकर नाबाद थे। पहले सत्र में इंग्लैंड ने 31 ओवर में बिना किसी नुकसान के 129 रन बनाये। एलिस्टेयर कुक अपने पहले और आखिरी टेस्ट में शतक लगाने वाले सिर्फ पांचवें बल्लेबाज बने। उनसे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के रेगी डफ, बिल पोंसफोर्ड, ग्रेग चैपल और भारत के मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने बनाया था। इसके अलावा कुक टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने शतकीय पारी के दौरान कुमार संगकारा (12400 रन) का रिकॉर्ड तोड़ा। दूसरा सत्र: लंच के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रुट ने अपना 14वां और सीरीज का पहला शतक लगाया। रुट ने तीसरे विकेट के लिए एलिस्टेयर कुक के साथ 259 रनों की बेहतरीन साझेदारी निभाई और टीम को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। हालाँकि 95वें ओवर में हनुमा विहारी ने लगातार दो गेंदों पर जो रुट और एलिस्टेयर कुक को आउट करके इंग्लैंड को दोहरा झटका दिया, लेकिन तब तक मेजबानों की बढ़त 350 पार कर चुकी थी। एलिस्टेयर कुक ने अपनी आखिरी टेस्ट पारी में 147 और आखिरी टेस्ट में कुल मिलाकर 218 रन बनाकर करियर का शानदार अंत किया। जो रुट ने 125 रनों का जबरदस्त योगदान दिया। जॉनी बैर्स्टो (18) ने बेन स्टोक्स के साथ टीम को 350 के पार पहुंचाया, लेकिन 355 के स्कोर पर शमी ने बैर्स्टो और 356 के स्कोर पर जडेजा ने जोस बटलर (1) को आउट करके इंग्लैंड को फिर से दोहरा झटका दिया। चाय के समय इंग्लैंड का स्कोर 105 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 364 रन था और उनकी बढ़त 404 रनों की हो चुकी थी। दूसरे सत्र में मेजबानों ने 31 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 121 रन बनाये। चाय के समय बेन स्टोक्स 13 और सैम करन 7 रन बनाकर नाबाद थे। तीसरा सत्र: चाय के बाद इंग्लैंड ने 423/8 के स्कोर पर पारी घोषित की और भारत के सामने जीत के लिए 464 रनों का लक्ष्य मिला। सीरीज में पहली बार किसी टीम ने 400 का आंकड़ा पार किया और बेन स्टोक्स (36 गेंद 37), सैम करन (30 गेंद 21) और आदिल राशिद (14 गेंद 20) ने तेज़ पारी खेलकर इंग्लैंड को 450 से ऊपर की बढ़त दिलाई। भारत की तरफ से रविंद्र जडेजा और हनुमा विहारी ने 3-3 और मोहम्मद शमी ने 2 विकेट लिए। चाय के बाद इंग्लैंड ने 8.3 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर 59 रन बनाये और पारी घोषित की। विशाल लक्ष्य के जवाब में भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और चौथे ओवर में स्कोर 2/3 हो चुका था। शिखर धवन 1, चेतेश्वर पुजारा तीसरी गेंद पर 0 और कप्तान विराट कोहली भी पहली ही गेंद पर खाता खोले बिना आउट हो गए और इस समय भारत की हार लगभग तय हो गई थी। हालाँकि केएल राहुल (46*) और अजिंक्य रहाणे (10*) ने चौथे विकेट के लिए 56 रन जोड़कर टीम को चौथा झटका नहीं लगने दिया और चौथे दिन स्टंप्स तक भारत ने 18 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर 58 रन बना लिए थे। इंग्लैंड की तरफ से जेम्स एंडरसन ने अभी तक दो और स्टुअर्ट ब्रॉड ने एक विकेट लिया है। आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 7 विकेट की जरूरत है और उनके पास 4-1 से सीरीज जीतने का बेहतरीन मौका है। भारत जीत से अभी भी 406 रन दूर है और इस मैच में भारतीय टीम की जीत लगभग नामुमकिन है। संक्षिप्त स्कोरकार्ड: इंग्लैंड: 332 एवं 423/8 (एलिस्टेयर कुक 147, जो रुट 125) भारत: 292 एवं 58/3 (केएल राहुल 46*, जेम्स एंडरसन 2/23)