इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज एलिस्टेयर कुक ने अपनी आखिरी टेस्ट पारी में शानदार शतक लगाकर रिकॉर्ड के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया। उन्होंने भारत के खिलाफ पांचवे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 147 रनों की बेहतरीन पारी खेली और शानदार तरीके से अपने क्रिकेट करियर का अंत किया। उनकी इस पारी के बाद चारों तरफ से उन्हें शुभकामनाएं मिल रही हैं। वहीं एलिस्टेयर कुक ने खुद इस पारी को लेकर अपनी प्रतक्रिया दी है। कुक ने कहा कि संन्यास के ऐलान के बाद से ही मैं सोच रहा था कि ये हफ्ता मेरे लिए अच्छा रहे। आखिरी मैच में शतक लगाना वाकई अदभुत है। ये एक सपने के सच होने जैसा है। चौथे दिन का खेल जब खत्म होने वाला था तो बार्मी-आर्मी गा रही थी और उस माहौल में खेलना काफी खास रहा। कुक ने कहा कि मैंने शतक के बारे में पहले नहीं सोचा था लेकिन जब 80 रन पर पहुंच गया तब मुझे लगा कि मेरे पास ये अच्छा मौका है कि मैं शतक लगाऊं। मेरा परिवार और मेरे दोस्त यहां पर मौजूद थे और उनके सामने मैंने ये उपलब्धि हासिल की। जब कभी मैं इस दिन को याद करुंगा तो मुझे काफी अच्छा लगेगा। कुक ने आगे कहा कि मुझे याद है नासिर हुसैन ने अपने आखिरी टेस्ट मैच में शतक लगाया था। अब मैं भी ये कह सकता हूं कि जब मैंने इंग्लैंड के लिए आखिरी बार बल्लेबाजी की तो शतक लगाया था। गौरतलब है एलिस्टेयर कुक अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे हैं। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 12, 472 रन बनाए। उन्होंने अपने करियर में 161 टेस्ट मैच खेले और इंग्लैंड क्रिकेट टीम की कप्तानी भी की। कुक ने अपना टेस्ट डेब्यू साल 2006 में भारत के खिलाफ ही किया था। नागपुर में खेले गए उस टेस्ट मैच में कुक ने बेहतरीन शतक जड़ा था और शतक के साथ ही उन्होंने अपनी पारी का अंत भी किया।