इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में हुए पहले टेस्ट मैच को गंवाने भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपनी टीम के बल्लेबाजों का बचाव किया और साथ ही में उनका मानना था कि भारत को इस मैच को जीतना चाहिए था। भारत को इंग्लैंड ने 31 रनों से शिकस्त दी। मैच के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अश्विन ने कहा, "मेरे हिसाब से बल्लेबाजों के लिए यह विकेट थोड़ी मुश्किल थी। जो रूट-जॉनी बैर्स्टो के बीच पहले दिन हुई साझेदारी और विराट कोहली को छोड़ दिया जाए, तो दोनों ही टीमों के बल्लेबाज इस विकेट पर संघर्ष करते हुए नजर आए। इसी वजह से बल्लेबाजों की ज्यादा आलोचना नहीं होनी चाहिए। हालांकि मेरा मानना है कि इस मैच को हमें जीतना चाहिए था। हमने इस मुकाबले से काफी कुछ सीखा है। निश्चित ही 5 मैचों की सीरीज जीतने के लिए हमें कुछ खास करना होगा।" गौर करने वाली बात यह है कि इस मैच की दोनों पारियों में जहां विराट कोहली ने एक छोर संभालते हुए शानदार पारियां खेली। दूसरी तरफ टीम का कोई बल्लेबाज पिच पर टिकने में कामयाब नहीं हुआ और यहां तक कि कुछ बल्लेबाज तो खराब शॉट खेलते हुए आउट हुए। पहली पारी में जहां भारतीय टीम ने अच्छी शुरूआत के बाद भी 100 रन तक 5 विकेट गंवा दिए थे, तो दूसरी पारी में भी बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन जारी रहा। अश्विन का प्रदर्शन इस मैच में शानदार रहा, उन्होंने अपनी गेंदबाजी से सबको काफी प्रभावित किया। अश्विन ने इस मैच में कुल मिलाकर 7 विकेट चटकाए और उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय काउंटी क्रिकेट के अपने अनुभव को दिया। उनका मानना है कि वॉस्टरशायर के लिए खेलने से उन्हें काफी फायदा मिला। दक्षिण अफ्रीका में हुई टेस्ट सीरीज की तरह यहां पर भी भारतीय गेंदबाजों ने 20 विकेट चटकाए, लेकिन बल्लेबाजों ने एक बार फिर सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। भारत को अगर सीरीज में वापसी करनी है, तो टीम के बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करके दिखाना होगा।