5 चीज़ें जो वनडे सीरीज़ में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ गई और 1-4 से मिली हार

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2015 वर्ल्डकप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम पूरी तरह से बदल गई या फिर यूं कहें कि इस टीम का कायाकल्प हो गया। इंग्लिश चयनकर्ताओं ने एक प्रयोग के तौर पर कुछ बदलाव किए जो अब इस टीम के लिए बेहतरीन साबित हो रहे हैं। खेल के प्रति भी इस टीम का सकारात्मक रवैया शानदार है, यही वजह है कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हाल ही में हुई वनडे सीरीज़ में हर विभाग मे इंग्लिश टीम अव्वल रही। लेकिन दूसरी तरफ़ टेस्ट में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ शानदार प्रदर्शन करने वाली पाकिस्तानी टीम वनडे में पूरी तरह फ़्लॉप रही। आईसीसी वनडे रैंकिंग में पाकिस्तान फ़िलहाल नंबर-9 पर लुढ़क चुकी है, पाकिस्तान की हार की कई वजह जो प्रमुख रहीं, उनमे से कुछ आपके सामने हम रखने जा रहे हैं। #1 ख़राब सलामी बल्लेबाज़ी एलेस्टेयर कुक और इयान बेल की सलामी जोड़ी जिस अंदाज़ में क्रिकेट खेलती थी, उसका मक़सद था नई गेंद को पुरानी करना। लेकिन वर्तमान दौर में ये ढर्रा काफ़ी पुराना हो चुका है, लिहाज़ा वनडे में ये जोड़ी भी फ़्लॉप रही थी। पाकिस्तान ने यही ग़लती इस सीरीज़ में भी दोहराने की कोशिश की, नतिजा एक बार फिर आपके सामने है। हालांकि पाकिस्तान के पास एक आक्रमक बल्लेबाज़ के तौर पर शरजील ख़ान तो थे, लेकिन उनका सही जोड़ीदार पूरी सीरीज़ में नहीं मिला। पूरी सीरीज़ में एक भी मौक़ों पर एक पाकिस्तानी सलामी जोड़ी ने 8 गेंदो से ज़्यादा का सामना नही किया। पाकिस्तान की हार की सबसे बड़ी वजह यही बनकर उभरी। #2 अज़हर अली की भूमिका पर सवालिया निशान ali-1473086666-800 मिस्बाह-उल-हक़ के सीमित ओवर से संन्यास लेने के बाद अज़हर अली को वनडे की ज़िम्मेदारी दी गई। लेकिन अब तक अज़हर अली इस भूमिका में निराश करते आए हैं, और इंग्लैंड दौरे पर भी ये जारी रहा। हालांकि, अज़हर के बल्ले से रन आए लेकिन जिस रफ़्तार से उन्होंने रन बनाए, वह कम थे। जिसकी वजह से आने वाले बल्लेबाज़ों पर काफ़ी दबाव पड़ा और तेज़ी से रन बनाने की कोशिश में विकेट गिरती चली गईं। इंग्लैंड ने पूरी सीरीज़ में तेज़ी से रन बनाए, लेकिन अज़हर की बल्लेबाज़ी और उनके स्ट्राइक रेट ने इंग्लिश गेंदबाज़ों को काफ़ी मदद की। मौजूदा दौर के क्रिकेट में अज़हर अली जैसी बल्लेबाज़ी कहीं से तारीफ़ के क़ाबिल नहीं है और वह भी तब जब टीम को सही कॉम्बिनेशन की तलाश हो। #3 ख़राब फ़ील्डिंग irfan-c-1473086830-800 पाकिस्तान क्रिकेट टीम को वैसे तो कभी भी अच्छी फ़ील्डिंग यूनिट के तौर पर नहीं जाना जाता, लेकिन क्रिकेट में अगर आपकी फ़ील्डिंग ख़राब रही तो फिर इसका हरजाना भरना लाज़िमी है। पाकिस्तान के साथ भी इस सीरीज़ में यही हुआ। पाकिस्तान की ग्राउंड फ़ील्डिंग तो बेहद दयनीय रही, हर मैच में पाकिस्तानी फ़ील्डर्स ने 20-25 रन ज़्यादा दिए। कई मौक़ों को भी ज़ाया किया, मौजूदा दौर में एक सफल टीम वही मानी जाती है जो हाफ़ चांस को भी आउट में तब्दील कर दे, जहां ये टीम काफ़ी पीछे थी। ख़राब फ़ील्डिंग की वजह से गेंदबाज़ों का भी मनोबल गिरता गया और बिना सकारात्मक नतीजो के वह बस थकते नज़र आए। अगर पिच पर गेंदबाज़ों के लिए कोई मदद न हो और वहां फ़ील्डर आसान सा कैच टपका दें, तो मौजूदा क्रिकेट में ये अपराध से कम नहीं। #4 मैच फ़िनिशर की कमी 597989610-1473086930-800 भारत के पास जैसे महेंद्र सिंह धोनी हैं, वैसे ही इंग्लैंड के पास जोस बटलर और वेस्टइंडीज़ के पास आंद्रे रसेल या ड्वेन ब्रावो। लेकिन पाकिस्तान टीम में फ़िनिशर की बेहद कमी है, जो इस सीरीज़ में भी देखने को मिली और हार का एक कारण ये भी रही। इमाद वसीम और सरफ़राज़ अहमद ने कई मौक़ों पर अच्छी पारियां खेली और पाकिस्तानी टीम के लिए एक बेहतर भविष्य की उम्मीद भी जताई। लेकिन इनके अलावा इस टीम में कोई भी ऐसा बल्लेबाज़ नहीं दिखा जो मैच को अंत तक ले जाता। अगर पाकिस्तान को वनडे क्रिकेट में एक बेहतरीन टीम बनना है, तो फिर इस ख़ाली जगह को जल्द से जल्द भरना होगा और इन्हीं खिलाड़ियों में किसी एक को इसके लिए तैयार करना होगा। #5 ऑलराउंडर की ग़ैरमौजूदगी imad-wasim-1473087034-800 वनडे क्रिकेट में एक ऑलराउंडर की भूमिका बेहद अहम होती है, शाहिद आफ़रीदी अब वनडे खेलते नहीं हैं और अब्दुल रज़्ज़ाक संन्यास ले चुके हैं। लिहाज़ा ये जगह भी पाकिस्तान की ख़ाली है। हालांकि इस रोल में काफ़ी हद तक अपने आपको साबित करने की कोशिश की है बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ और खब्बू बल्लेबाज़ इमाद वसीम ने। वसीम ने इस सीरीज़ में दो अर्धशतक भी लगाए। इस सीरीज़ में भले ही इस युवा ऑलराउंडर की प्रतिभा को सही से नहीं निखारा गया हो, लेकिन अगर आने वाले वक़्त में इमाद वसीम को पाकिस्तान इसी तरह मौक़ा देता रहे तो इस ख़ाली जगह को भरने का माद्दा ज़रूर रखते हैं इमाद वसीम।

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