भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड को अंतिम वनडे मुकाबले में 16 रनों से हराते हुए सीरीज 3-0 से जीत ली। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम 45.4 ओवरों में 169 रन बनाकर आउट हो गई। इसके बाद जवाबी पारी में खेलते हुए इंग्लिश टीम 44वें ओवर में 153 रन बनाकर आउट हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने एक जीत के साथ झूलन गोस्वामी को विदाई थी।
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया था। बैटिंग करते हुए टीम इंडिया की खराब शुरुआत रही। ओपनर शेफाली वर्मा का बल्ला इस बार भी नहीं चला। वह बिना खाता खोले चलते बनीं। यास्तिका भाटिया भी बिना खाता खोले आउट हुईं। यह सिलसिला लगातार जारी रहा। कप्तान हरमनप्रीत कौर 4 और हरलीन देओल 3 रन बनाकर चलती बनीं। स्मृति मंधाना ने एक छोर पर टिककर खेलते हुए 50 रन बनाए। उनके अलावा दीप्ति शर्मा ने बेहतरीन कार्य करते हुए 68 रनों की पारी खेली। पूजा वस्त्राकर के 22 रन भी काफी अहम रहे। इस तरह टीम इंडिया 169 रन बनाकर सिमट गई। इंग्लैंड के लिए कैट क्रॉस ने सबसे ज़्यादा 4 विकेट झटके।
जवाब में खेलते हुए इंग्लैंड की शुरुआत भी खराब रही। ओपनर एमा लैम्ब 21 रन बनाकर आउट हो गईं। यह सिलसिला लगातार चलता रहा और स्कोर 65 रन पर 7 विकेट हो गया। यहाँ से इंग्लैंड के लिए एमी जोन्स और शार्लोट डीन ने धाकड़ बैटिंग की और स्कोर 100 के पार पहुंचा दिया। जोन्स को रेणुका सिंह ने आउट कर इस भागीदारी को तोड़ा। इसके बाद झूलन गोस्वामी ने कैट क्रॉस को आउट कर इंग्लैंड को नौवां झटका दिया। जीत के पास दिख रही टीम इंडिया के लिए मुश्किल तब हुई जब डीन और फ्रेया डेविस क्रीज पर टिक गईं और दसवें विकेट के लिए आसानी से रन आने लगे। दोनों ने मिलकर 35 रन भी जोड़ दिए थे। इस समय दीप्ति शर्मा ने दिमाग का इस्तेमाल करते हुए डीन को नॉन स्ट्राइक छोर पर रन आउट कर दिया। वह गेंद डालने से पहले क्रीज छोड़ चुकी थीं और दीप्ति ने गिल्लियां उड़ाते हुए अपील की। थर्ड अम्पायर ने बल्लेबाज को आउट दिया और इस रन आउट के साथ भारत ने 16 रन से मैच जीत लिया। टीम इंडिया के लिए रेणुका सिंह ने 4 विकेट झटके। अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच में झूलन गोस्वामी ने 2 विकेट झटके।