मौजूदा दौर में चल रही इतनी सारी सीरीज़ के बीच एक सीरीज़ ऐसी भी है जिसके होने या न होने पर लम्बे समय से बहस चल रही थी, जिसकी वजह ढाका में हुआ जानलेवा हमला है। ये सीरीज़ इंग्लैंड और बांग्लादेश के बीच होनी है। इंग्लैंड के पांच हफ़्तों वाले इस दौरे को आखिरकार हरी झंडी मिल गई है और ये दौरे अपने समय पर यानी सितम्बर के आखिरी हफ्ते में शुरू होगा। इस दौरे के बारे में इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने खिलाड़ियों के साथ साथ इंलैंड के टेस्ट कप्तान एलिस्टर कुक और सीमित ओवर के कप्तान इयोन मॉर्गन को भी सूचना दे दी है। इंग्लैंड क्रिकेट के निदेशक एंड्रू स्ट्रॉस के मीटिंग के बाद कहा “खिलाड़ियों की सुरक्षा हमारा पहला कर्तव्य है जिसका पूरा ध्यान रखा जायेगा। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) और पीसीऐ भी इस फैसले का पूरा समर्थन करते नज़र आये। इस फैसले के बाद इंग्लिश टीम बांग्लादेश दौरे के लिए 30 सितम्बर को बांग्लादेश पहुंचेगी जहां उसे तीन वनडे और दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलनी है। मॉर्गन ने बीबीसी को दिए गए इंटरव्यू में कहा “मुझे नहीं लगता कि किसी भी खिलाड़ी पर विदेशी दौरे पर जाने के लिए दबाव डाला जाता है”। हाल ही में इंग्लैंड को पकिस्तान के हाथों टी20 में एक करारी हार का सामना करना पड़ा है जो एक टी20 मैच में इंग्लिश टीम की बड़ी हारों में से एक है। इंग्लैंड टीम को बांग्लादेश दौरे के लिए कोच की तरफ से काफी सारी हिदायतें मिल चुकी हैं मगर इन सब के साथ साथ एक और बात सामने आई है कि टीम के सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मॉर्गन इस बांग्लादेश दौरे से अपना नाम वापस ले सकते हैं। टीम के सीमित ओवर के कप्तान मॉर्गन को इस दौरे पर सुरक्षा का दर सता रहा है। इसकी एक बड़ी वजह ये है कि इससे पहले मॉर्गन के साथ दो बार ऐसे हादसे पेश आ चुके हैं जिससे वो सहमे हुए हैं। साल 2010 के आईपीएल संस्करण में जब मॉर्गन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का हिस्सा थे तब इसी तरह के एक बम हमले से वो रूबरू हो चुके हैं और उसके तीन साल बाद बांग्लादेश में ही ढाका प्रीमियर डिविज़न लीग के दौरान भी कुछ अहिंसात्मक घटना के कारण मॉर्गन के मन में डर बैठ गया है। शायद यही वजह है कि मॉर्गन इस बार जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।