इंग्लैंड टीम के एकदिवसीय और टी20 कप्तान इयोन मॉर्गन ने टेस्ट क्रिकेट में अपने भविष्य को लेकर बयान दिया है। उनका मानना है कि 16 मैचों का उनका टेस्ट करियर समाप्त हो चुका है और वो अपना पूरा ध्यान सीमित ओवर क्रिकेट पर लगाना चाहते हैं और साथ ही 2019 विश्व कप तक टीम की कप्तानी करना चाहते हैं। इंग्लैंड के लिए 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले मॉर्गन ने अपना आखिरी टेस्ट 2012 में पाकिस्तान के विरुद्ध खेला था।
हालांकि मॉर्गन ने एकदिवसीय और टी20 में इंग्लैंड के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और साथ ही टीम की कप्तानी भी वो फ़िलहाल बखूबी निभा रहे हैं। मॉर्गन ने अभी तक 173 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय और 67 टी20 अंतर्राष्ट्रीय खेले हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि वो अब कभी टेस्ट क्रिकेट खेल पाएंगे और उनका पूरा ध्यान 2019 विश्व कप में टीम की कमान संभालने को लेकर है। एक टीम के तौर पर वो बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद करते हैं।
पिछले साल मॉर्गन का फॉर्म काफी चर्चा का विषय रहा और उनकी आलोचना होने लगी थी, लेकिन हालिया भारत दौरे पर उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन करके सभी आलोचकों को जवाब दिया। तीन एकदिवसीय और तीन टी20 में उन्होंने कुल मिलाकर 281 रन बनाये। मॉर्गन फ़िलहाल इंग्लैंड की टीम के साथ वेस्टइंडीज के दौरे पर हैं, जहाँ उन्हें तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेलनी है। इसके बाद मई में इंग्लैंड को आयरलैंड के खिलाफ दो और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज खेलनी है। इसके बाद मॉर्गन की कप्तानी में इंग्लैंड टीम चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेगी।
मॉर्गन ने हालांकि ये भी कहा कि वो लाल गेंद से अभ्यास करना बंद नहीं करेंगे क्योंकि ये एकदिवसीय मैचों के शुरूआती 30 गेंदों में काफी मददगार साबित होती है। पिछले साल आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेलने वाले मॉर्गन को इस साल किंग्स XI पंजाब ने 2 करोड़ में खरीदा। वेस्टइंडीज दौरे के बाद वो आईपीएल में हिस्सा लेने आएँगे और उसके बाद आईपीएल के बीच में ही आयरलैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज के लिए इंग्लैंड टीम से दोबारा जुड़ जाएंगे।
Published 25 Feb 2017, 16:47 IST