भारत और श्रीलंका के बीच बुधवार से शुरू हो रही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में भारतीय ऑफ़ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के लिए एक नई चीज 50वां टेस्ट मैच होगा। गॉल के मैदान पर सीरीज के पहले टेस्ट में मैदान पर उतरते ही अश्विन यह उपलब्धि हासिल कर लेंगे। प्रैक्टिस सत्र के बाद अश्विन ने मीडिया से इस बारे में बातचीत की। बकौल अश्विन "मैं उस स्थान पर वापस आया हूं, जहां मैंने 2015 में अच्छा किया था। यह सपना पूरा होने जैसा है। उस समय भी मेरे लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर था क्योंकि मैं टेस्ट टीम में वापसी कर रहा था।" पचासवें टेस्ट के बारे में अश्विन ने कहा कि एक दिन होना ही था। मैं पीछे जाकर इसे ट्रेस करने में असमर्थ हूं लेकिन मैं इसका शुक्रगुजार जरुर हूं। अश्विन के अनुसार यहां से प्रत्येक टेस्ट मैच उनके लिए आशीष और आशीर्वाद की तरह है। अश्विन ने कहा कि पीछे की चीजें देखकर मैंने बहुत सीखा है और उसी से आगे के लिए अपने लक्ष्य निर्धारित कर सकता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य के लिए रिकॉर्ड सेट नहीं किये जा सकते लेकिन मैं खुद में सुधार कर और बेहतर हो सकता हूं। टेस्ट मैचों में जबर्दस्त रिकॉर्ड रखने वाले इस भारतीय गेंदबाज ने आगे कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट बहुत निर्दयी होता है। यह आपको मारकर पीछे धकेल सकता है। इसके बाद आप कोफ़ी पीते हुए पीछे की चीजें याद कर सकते हैं। अपने पचासवें टेस्ट मैच में तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि सब कुछ वैसा ही है लेकिन क्रिकेटर के रूप में मेरी जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि मुझे यह पता है कि प्रैक्टिस में मुझे क्या करना है। उनके अनुसार उन्हें अधिक सीखने के साथ ही ज्ञान भी हुआ है, जो उन्हें बेहतरी की तरफ ले जाता है। भारत और श्रीलंका के बीच पहला टेस्ट गॉल में 26 जुलाई से शुरू होगा।