भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने वेस्टइंडीज सीरीज के आगाज से पहले एक चौंकाने वाली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब भी वो टीम का चयन करते हैं तो फिर कोई ना कोई निराश जरूर हो जाता है क्योंकि हर किसी को लगता है कि उसे टीम का हिस्सा होना चाहिए। द्रविड़ के मुताबिक ऐसे खिलाड़ियों के लिए उन्हें फील होता है लेकिन वो पूरी तरह से परफेक्ट नहीं हैं।
राहुल द्रविड़ जबसे टीम इंडिया के हेड कोच बने हैं भारत का प्रदर्शन उतना ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और टी20 वर्ल्ड कप में हार मिल चुकी है। एशिया कप में भी टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा टीम के सेलेक्शन पर भी काफी सवाल उठते रहे हैं। रविचंद्रन अश्विन को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ना खिलाने को लेकर काफी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी।
कई बार मुश्किल फैसले लेने पड़ते हैं - राहुल द्रविड़
हालांकि राहुल द्रविड़ के मुताबिक वो पूरी तरह से परफेक्ट नहीं हैं और हर किसी को खुश करना मुश्किल है। क्रेड क्यूरियस एपिसोड में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा "जिन भी खिलाड़ियों की आप कोचिंग करते हैं उनकी काफी परवाह करते हैं। आप व्यक्तिगत कनेक्शन उनसे बनाने की कोशिश करते हैं। आप चाहते हैं कि हर एक क्रिकेटर सफलता हासिल करे। हालांकि वास्तविकता ये है कि हर कोई सफल नहीं हो सकता है। कई बार आपको वो मुश्किल फैसले लेने पड़ते हैं। हर बार जब हम प्लेइंग इलेवन का चयन करते हैं तो फिर लोगों को निराश करते हैं। जिन लोगों को टीम में जगह नहीं मिलती है वो निराश हो जाते हैं। हर बार जब भी हम किसी टूर्नामेंट के लिए 15 खिलाड़ियों को चुनते हैं तो बाकी लोगों को लगता है कि उन्हें भी टीम का हिस्सा होना चाहिए। हालांकि हम कम से कम ट्राई तो करते हैं। मैं ये नहीं कह रहा कि मैं पूरी तरह परफेक्ट हूं। क्योंकि आप हर एक खिलाड़ी को नहीं चुन सकते हैं।"