अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आचार संहिता आयोग के चेयरमैन माननीय माइकल बेलोफ्फ़ क्युसी ने फाफ डू प्लेसी की बॉल टेंपरिंग के खिलाफ अपील ख़ारिज कर दी है। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होबार्ट में दूसरे टेस्ट के चौथे दिन गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगा था। उन्हें लॉ 42।3 के नियम के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। बता दें कि आईसीसी के मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ने डू प्लेसी को आईसीसी की आचार संहिता के आर्टिकल 2।2।9 के उल्लंघन का दोषी पाया था। पायक्रॉफ्ट ने डू प्लेसी पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया था और तीन अनुशासन तोड़ने के अंक भी काटे थे। डू प्लेसी की 22 नवंबर को सुनवाई हुई थी जिसके बाद यह फैसला लिया गया था। आईसीसी आचार संहिता के प्रावधानों के अंतर्गत दुबई में सोमवार को ढाई घंटे तक सुनवाई हुई जिसमें डू प्लेसी का प्रतिनिधित्व कानूनी सलाहकार ने किया। डू प्लेसी भी वीडियो लिंक के द्वारा इससे जुड़े थे। खिलाड़ी और आईसीसी द्वारा जमा किए कानूनी दस्तावेजों को देखने के बाद बेलोफ्फ़ क्युसी ने पुष्टि की कि डू प्लेसी को आर्टिकल 2।2।9 का दोषी माना गया है और उन पर लगाया गया 100 प्रतिशत जुर्माना पर्याप्त है। आईसीसी के प्रमुख कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा, 'आईसीसी की यह जिम्मेदारी है कि वह मैदान पर खेल भावना का ध्यान रखे। भले ही उस समय अंपायरों का ध्यान नहीं गया हो, लेकिन जैसे ही मामला हमारे सामने आया तो हमने सोचा कि इस पर कुछ एक्शन लिया जाए। आईसीसी ऐसे कानून के उल्लंघन को देखते हुए हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकती।' 'हमें ख़ुशी है कि मैच रेफरी और बेलोफ्फ़ क्युसी ने हमारे कानून को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ी पर सही फैसला लिया।' रिचर्डसन ने आगे कहा, 'हम खुश हैं की हमारा कानून स्पष्ट है और उसका लगातार पालन हो रहा है। अंपायर, मैच रेफरी और बेलोफ्फ़ ने यह फैसला लेकर हमारे सही कानून होने को साबित किया है।'