दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डू प्लेसी को बॉल टेंपरिंग करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2.9 का दोषी पाया गया। डू प्लेसी पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है और तीन बुराई के अंक भी उनके खाते में जुड़ गए हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में होने वाले तीसरे टेस्ट में उनका खेलना लगभग तय है। डू प्लेसी पर आईसीसी के प्रमुख कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने एक वीडियो के आधार पर जुर्माना लगाया था। यह भी पढ़े : वीडियो : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गेंद से छेड़छाड़ करते पकड़ाए फाफ डू प्लेसी वीडियो में दिखाया गया था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होबार्ट में खेले गए दूसरे टेस्ट के चौथे दिन प्लेसी ने गेंद को चमकाते समय कृतिम पदार्थ लगाया था। दरअसल, डू प्लेसी ने उस समय गेंद पर मिंट घिसा था और वीडियो में यह दृश्य कैद हो गया था। इसके बाद डू प्लेसी पर बॉल टेंपरिंग का मामला दर्ज किया गया। फिर आईसीसी मैच रेफरी के अमीरात एलीट पैनल के एंडी पाय्क्रोफ्ट ने एडिलेड में डू प्लेसी की सुनवाई रखी। दोनों पार्टियों की दलीलें सुनने के बाद तथा दूसरे टेस्ट में अंपायरों और मैरीलीबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के क्रिकेट प्रमुख जॉन स्टीफनसन द्वारा पेश किये सबूतों के आधार पर पाय्क्रोफ्ट ने डू प्लेसी को दोषी माना। यह फैसला अंपायरों द्वारा पेश किये सबूत, जिन्होंने पुष्टि की है कि अगर वह डू प्लेसी की हरकत पहले देखते तो तुरंत एक्शन लेते और स्टीफनसन जिन्होंने एमसीसी की राय की पुष्टि की है कि टीवी फुटेज में दिखाया गया कि गेंद पर कृतिम पदार्थ लगाया गया के आधार पर लिया गया। यह भी पढ़े : फाफ डू प्लेसी पर बॉल टेंपरिंग मामले पर सुनवाई करेगी आईसीसी अपने फैसला सुनाते हुए पाय्क्रोफ्ट ने कहा कि आईसीसी आचार संहिता, क्रिकेट कानून और क्रिकेट के नियमों की प्रस्तावना तथा अंपायरों की भूमिका को देखते हुए साफ़ और ख़राब खेल में फर्क किया जा सकता है। फाफ डू प्लेसी पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया है और उन्हें तीन अंक बुराई के भी दिए गए हैं। अनुच्छेद 7.6 के मुताबिक अगर डू प्लेसी के खाते में 24 महीनों के अंतराल में 4 या उससे अधिक बुराई के अंक जुड़े तो फिर उन पर प्रतिबंध लग सकता है। दो निलंबन अंक बराबर एक टेस्ट या दो वन-डे या फिर दो अंतर्राष्ट्रीय टी20 मैच हो सकते हैं। जो भी पहले खेला जाए, उसी आधार पर प्रतिबंध लगाया जाता है।