सचिन तेंदुलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। सचिन तेंदुलकर ने लगातार 24 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना और देश का नाम किया। यही कारण है कि सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद भी उनके फैन्स उन्हें अब भी याद करते हैं। शांत स्वभाव के सचिन तेंदुलकर मैदान पर उतने ही आक्रामक हुआ करते थे। उनकी बल्लेबाजी की शैली ही सभी को खासी पसंद आती थी।
भारतीय टीम के लिए सचिन तेंदुलकर ने कई मौकों पर अहम पारियां खेली। एक समय था जब सचिन तेंदुलकर के आउट होने के बाद दर्शक अपने टीवी और रेडियो बंद कर देते थे। लम्बे समय तक गेंदबाजों के लिए सिर दर्द बनने वाले सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी का कोई जवाब नहीं था। बड़े टूर्नामेंट में भी उनके बल्ले से रन सहजता से निकलते थे। आज विश्व क्रिकेट के लगभग हर कीर्तिमान में उनका नाम जरुर होता है। दर्शकों को उनकी पारियां हमेशा याद रहती है। इस आर्टिकल में सचिन तेंदुलकर की तीन ऐसी पारियों का जिक्र किया गया है जिन्हें दर्शक कभी नहीं भूलेंगे।
सचिन तेंदुलकर की 3 पारियां जो दर्शक हमेशा याद रखेंगे
98 बनाम पाकिस्तान, 2003 वर्ल्ड कप
ह पारी इसलिए भी खास है क्योंकि पाकिस्तान के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने जीत हासिल की थी। तेंदुलकर ने पाकिस्तान के शोएब अख्तर सहित सभी गेंदबाजों की क्लास लगाते हुए 75 गेंद पर 98 रन की पारी खेली। भारतीय टीम को जीत मिली और तेंदुलकर की यह पारी यादगार बन गई। दर्शक इसे आज भी याद करते हैं।
114 बनाम बांग्लादेश
सचिन तेंदुलकर की यह पारी इसलिए ख़ास है क्योंकि यह उनका 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक था। हालांकि यह धीमी पारी जरुर थी लेकिन एक बड़ा रिकॉर्ड था जिसे दर्शक हमेशा याद रखते हैं। इस मैच की फोटो सामने आते ही बता देते हैं कि यह 114 रन वाली उस पारी की फोटो है जिसमें सचिन तेंदुलकर ने 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा था।
200* बनाम दक्षिण अफ्रीका
ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (पुरुष वर्ग) का पहला दोहरा शतक लगा। जिस बल्लेबाज ने वह कारनामा किया उसका नाम सचिन रमेश तेंदुलकर है। सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया जो पहले किसी ने नहीं किया था। उस नाबाद 200 रन की पारी को लोग आज भी याद करते हैं।