जयदेव उनाडकट 2010 में हुए अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के तेज गेंदबाजी के स्तंभ थे। इस टूर्नामेंट के बाद उन्हें आईपीएल की कोलकाता टीम में शामिल किया गया, जहां उन्होंने गेंदबाजी कोच वसीम अकरम को अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया। जयदेव ने वेस्टइंडीज ए के खिलाफ अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच में भी सभी को प्रभावित किया। इस मैच में उन्होंने 103 रन देकर 13 विकेट झटके थे। इसकें बाद उन्होंने अपने टेस्ट करियर का आगाज दक्षिण अफ्रीका के सेंचुरियन में किया। अपने पहले मैच में जयदेव कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए। अपने पहले मैच में उन्होंने एक भी विकेट नहीं लिया। इसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार वापसी की। इसके साथ ही उन्होंने 2013 के आईपीएल में बेंगलुरू की तरफ से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। उनकें इस प्रदर्शन के बाद उन्हें जिम्बाव्वे के खिलाफ वनडे सीरीज में मौका मिला। 5 मैचों की सीरीज में जयदेव ने 8 विकेट लिए। लेकिन उसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फेल रहे। पिछले साल सौराष्ट्र को फाइनल में पहुंचाने में जयदेव ने अहम भूमिका निभाई। गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने की काबिलियत उन्हें खास बनाती है। जयदेव की लंबाई अच्छी है, जिसके कारण उन्हें पिच से अच्छा उछाल मिलता है। भारतीय टीम में उनका चयन टीम के लिए फायदेमंद हो सकता है।