बीसीसीआई ने नई चयन समिती का गठन कर दिया है, जिसकी बागडोर सौंपी गई है भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर एमएसके प्रसाद के कंधों पर। प्रसाद की नज़र आने वाले सालों में टीम इंडिया के लिए ऐसी टीम तैयार करना है जो क्रिकेट के सारे फ़ॉर्मेट में कमाल कर सके। पांच सदस्यीय चयन समिती का पहला लक्ष्य है सीमित ओवर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का रिप्लेसमेंट चुनना, जो एक कठिन चुनौती होगी। धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, जहां उनकी जगह कप्तानी में विराट कोहली ने ली है और विकेट के पीछे की ज़िम्मेदारी ऋद्धिमान साहा संभाल रहे हैं। पूर्व भारतीय विकेटकीपर और चयन समिती के सदस्य रह चुके सबा करीम भी मानते हैं कि धोनी की जगह कौन लेगा ये अपने आप में ही एक बड़ा सवाल है, जिसका जवाह नए चयनकर्ताओं के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। हालांकि सीमित ओवर क्रिकेट से संन्यास की बात अब तक धोनी ने न कही है और न ही इस सवाल पर वह सहज दिखाई पड़ते हैं। लेकिन 36 वर्षीय धोनी के पास कितना क्रिकेट बचा है इस पर करीम का मानना है कि वह अभी काफ़ी फ़िट हैं। ''मुझे ये समझ में नहीं आता है कि आख़िर लोगों के दिमाग़ में ये बात कहां से आ गई है कि अगर धोनी कप्तान न होते तो उनकी जगह टीम में नहीं है। धोनी की फ़िट्नेस कमाल की है, हालांकि ये निर्भर करता है नई चयन समिती पर कि वे धोनी को किस तरह देखते हैं और क्या वर्ल्डकप 2019 की टीम में उनके लिए धोनी टीम का हिस्सा हो सकते हैं या नहीं। जिसका जवाब चयनकर्ताओं के ही पास है और धोनी का रिप्लेसमेंट खोजना भी उनका काम है जो मुश्किल है।'' : सबा करीम, पूर्व भारतीय क्रिकेटर हालांकि करीम ने ये ज़रूर कहा कि टेस्ट में साहा अच्छा कर रहे हैं लेकिन सीमित ओवर में धोनी के बाद के एल राहुल विकेट कीपिंग की भूमिका के लिए सबसे उपयुक्त होंगे।