भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने अपने रिटायरमेंट से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि वो काफी पहले ही संन्यास लेना चाहती थीं। मिताली राज के मुताबिक उनके मन में पहली बार संन्यास का ख्याल तब आया था, जब 2012 में राहुल द्रविड़ ने अपने संन्यास का ऐलान किया था।
मिताली राज ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा है। लंबे समय तक भारतीय टीम की कप्तानी करने वाली मिताली ने इस साल की शुरुआत में खेले गए वुमेंस वर्ल्ड कप के रूप में अपना आखिरी टूर्नामेंट खेला था। मिताली ने ट्विटर पर एक बड़े पोस्ट के जरिए अपने रिटायरमेंट की घोषणा की थी।
राहुल द्रविड़ अपने रिटायरमेंट के वक्त इमोशनल हो गए थे - मिताली राज
पीटीआई के साथ इंटरव्यू में मिताली राज ने अपने संन्यास को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा,
ईमानदारी से कहूं तो पहली बार रिटायरमेंट का ख्याल मेरे दिमाग में तब आया था, जब राहुल द्रविड़ रिटायर हुए थे। मैंने उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस देखी थी और वो थोड़े इमोशनल हो गए थे। मैंने सोचा कि जब मैं रिटायरमेंट लूंगी तो फिर कैसा माहौल होगा। क्या मैं भी उसी इमोशन को फील कर पाऊंगी ? इसके बाद और भी कई खिलाड़ियों ने संन्यास लिया और मैंने उम्मीद जताई कि मैं उतनी इमोशनल नहीं हूंगी। मैं एकदम क्लियर थी कि वर्ल्ड कप मेरा आखिरी टूर्नामेंट होगा। हालांकि जब मेरे अंदर काफी सारे इमोशंस हों तब मैं कोई फैसला नहीं लेती हूं। डोमेस्टिक क्रिकेट में जाकर मुझे लगा कि मेरे अंदर अब वो जज्बा नहीं रह गया है और इसीलिए मैंने संन्यास ले लिया।
आपको बता दें कि मिताली राज ने भारत के लिए खेले 232 वनडे मैचों की 211 पारियों में 7805 रन बनाए। महिला क्रिकेट में मिताली 6000 या उससे अधिक रन बनाने वाली इकलौती बल्लेबाज हैं।