जब भी क्रिकेट की बात आती है इस बात का जवाब देना बाक़ी खेल के मुक़ाबले मुश्किल हो जाता है कि “सबसे बेहतर कौन है”। चूंकि वक़्त के साथ क्रिकेट के खेल की काफ़ी तरक्की हुई है, ऐसे में ये सवाल और भी कठिन लगने लगता है। क्रिकेट के अगल-अलग फ़ॉर्मेट को लेकर अकसर हम ये राय तय करते हैं कि कौन सबसे बेहतर है। मौजूदा वक़्त में आईसीसी रैंकिंग के मुताबिक तीनों फ़ॉर्मेट के टॉप बल्लेबाज़ हैं; स्टीव स्मिथ (टेस्ट), विराट कोहली (वनडे) और कोलिन मुनरो (टी-20)। मगर आज जो हम चर्चा करने वाले हैं वो आईसीसी रैंकिंग से परे है। किसी भी क्रिकेटर के बारे में कहा जाता है कि “फ़ॉर्म अस्थायी है लेकिन क्लास स्थायी”। हर खिलाड़ी के करियर में ऐसा वक़्त ज़रूर आता है जब वो फ़ॉर्म में नहीं होते हैं। कुछ बल्लेबाज़ ऐसे भी हैं जिनकी फ़ॉर्म में उतार-चढ़ाव कम ही देखने को मिलता है। हमने यहां क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट को मिलाकर सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ों की लिस्ट तैयार की है। हांलाकि ये काम इतना आसान नहीं था फिर भी हमने उन बल्लेबाज़ों को चुना है जो किसी भी फ़ॉर्मेट में अपनी टीम को जीत दिलाने की क्षमता रखते हैं।
#5 हाशिम अमला (दक्षिण अफ़्रीका)
हाशिम अमला फ़िलहाल तीनो फ़ॉर्मेट में आईसीसी रैंकिग के टॉप 10 में ज़रूर हैं, लेकिन टॉप 5 में नहीं। इस साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ का औसत टेस्ट मैच में 49.00, और वनडे में 50 से ऊपर है। इन आकंड़ों से ये साबित होता है कि वो इतनी क्रिकेट खेलने के बाद भी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। हांलाकि ये कह पाना काफ़ी मुश्किल है कि हाशिम अमला किसी भी फ़ॉर्मेट के हिसाब से बल्लेबाज़ी करने में माहिर हैं।
#4 केन विलियमसन (न्यूज़ीलैंड)
पिछले कुछ सालों में केन विलियमसन न्यूज़ीलैंड टीम की बैटिंग लाइन-अप की जान बन चुके हैं। जब से वो कीवी टीम के कप्तान बने हैं, उसके बाद से केन के फ़ॉर्म में ज़बरदस्त उछाल देखने को मिला है। केन अब बतौर खिलाड़ी और बतौर कप्तान ज़्यादा ज़िम्मेदार बन गए हैं। विलियमसन की बल्लेबाज़ी बेहद शानदार है और दर्शकों को रोमांच से भर देती है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ होने वाली घरेलू सीरीज़ में सभी को उम्मीद है कि वो अंग्रेज़ों पर भारी पड़ेंगे।
#3 जो रूट (इंग्लैंड)
जब जो रूट इंग्लैंड टीम में शामिल हुए थे तो क्रिकेट के जानकारों और फ़ैस को उनसे काफ़ी उम्मीदें थीं। वो उन उम्मीदों पर खरे भी उतरे थे। उनको उनके करियर के पहली एशेज़ टेस्ट सीरीज़ के दौरान हुए सिडनी में टेस्ट मैच में खेलने का मौक़ा नहीं मिला था। लेकिन उन्होंने मध्य क्रम में ज़बरदस्त वापसी की और आज इंग्लैंड के टेस्ट टीम के कप्तान बन गए हैं। उन्होंने साल 2017 में एलेस्टेयर कुक की जगह इंग्लैंड टीम की ज़िम्मेदारी संभाली। उनकी कप्तानी की शुरुआत शानदार रही थी, उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ लॉर्ड्स मैदान में 190 रन की पारी खेली थी। रुट मौजूदा एशेज़ टेस्ट में काफ़ी दबाव में आ गए थे उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मौजूदा एशेज़ सीरीज़ भी गंवा चुकी। वो लगातार अपने अर्धशतक को शतक में बदलने में नाकाम रहे हैं जिसकी वजह से वो हमेशा आलोचनाओं का शिकार हुए हैं। इन सब के बावजूद रूट मौजूदा दौर के एक हुनरमंद खिलाड़ी हैं, वो तीनों फ़ॉर्मेट के हिसाब से ख़ुद को ढाल लेते हैं। वो लगातार रन बनाने के लिए जाने जाते हैं, उनके अंदर रन बनाने की भूख़ कभी कम नहीं होती। यॉर्कशायर के ये बल्लेबाज़ जब भी क्रीज़ पर आते हैं तो स्कोरबोर्ड पर रन बढ़ता रहता है।
#2 स्टीव स्मिथ (ऑस्ट्रेलिया)
इस बात में कोई शक नहीं है कि स्टीव स्मिथ दुनिया के सबसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज़ हैं। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान साल 2017 में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। जब वो क्रीज़ पर बल्लेबाज़ी करने आते है तो उन्हें हटा पाना नामुमकिन होता है। हाल के एशेज़ सीरीज़ में स्टीव स्मिथ ने 3 शतक लगाए थे, जिसमें उन्होंने पर्थ के मैदान में 239 रन बनाए थे। हालांकि वो एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में 50 रन का आंकड़ा पार करने से चूक गए थे। दिलचस्प बात ये है कि स्मिथ वनडे और टी-20 दोनों फ़ॉर्मेट में आईसीसी रैंकिंग के टॉप 10 में शामिल नहीं हैं। स्मिथ ने लगातार कई बार एक कैलेंडर ईयर में हज़ार रन का आंकड़ा पार किया है। उनके इसी खेल की वजह से उन्हें इस लिस्ट में 2 नंबर पर जगह दी गई है। आईसीसी अवॉर्ड्स 2017 में भी स्टीव स्मिथ को आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर से सम्मानित किया गया।
#1 विराट कोहली (भारत)
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली एक सुपरस्टार हैं, वो न सिर्फ़ देश के बल्कि दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ हैं। जब वो क्रीज़ पर आते हैं तो उन्हें पता होता है कि कब कैसे शॉट खेलने हैं। साल 2016 के आख़िर में उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ डबल सेंचुरी लगाई थी। साल 2017 की शुरुआत में उन्होंने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दोहरा शतक लगाया था। साल 2017 के आख़िर में उन्होंने श्रीलंका के ख़िलाफ़ लगातार 2 टेस्ट मैच में दोहरा शतक लगाया था। सीमित ओवर के खेल में भी विराट कोहली का कोई जवाब नहीं। वो सभी फ़ॉर्मेट 50 की औसत से रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज़ हैं। हांलाकि अभी कोहली की असली परीक्षा मौजूदा साल में होगी जब वो कई विदेशी दौरा करने वाले हैं। लेकिन हमारी इस फ़ेहरीस्त में कोहली टॉप पर काबिज़ हैं, और हमारी बात पर तब और भी मुहर लग गई जब कोहली को आईसीसी अवॉर्ड्स 2017 में आईसीसी क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर और आईसीसी वनडे क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर से भी नवाज़ा गया। लेखक- रोम हैमिल्टन अनुवादक – शारिक़ुल होदा