रणजी ट्रॉफ़ी के इस सत्र में इन 5 गेंदबाज़ों ने अपनी घातक गेंदबाज़ी से चयनकर्ताओं को किया प्रभावित

ISHANT

#4 अक्षय वाखारे (विदर्भ)

AKSHAY WAKHARE

इस 32 वर्षीय ऑफ-स्पिन गेंदबाज ने विदर्भ को क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में काफी अहम भूमिका निभाई है।

9 साल पहले पदार्पण करने वाले अक्षय ने 2015-16 रणजी ट्रॉफी सत्र में पहली बार अच्छा प्रदर्शन किया था। पिछले 2 सत्रों में घरेलू मैचों में शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें दिलीप ट्रॉफी की टीम में भी जगह मिली। उनका सबसे बड़ा हथियार उनकी गेंदों की उछाल है जिससे वो बल्लेबाजों को खास परेशान करते हैं।

उन्होंने इस सीज़न में अपने 5 मैचों में से 17.03 की औसत और 2.51 की इकोनॉमी से 27 विकेट हासिल किए हैं। वाखारे उस गेंदबाज के रूप में जाने जाते हैं जो कि बल्लेबाजों को गलती करने के लिए मजबूर कर देता है।

उन्होंने पंजाब के खिलाफ पहले मैच में 4विकेट के साथ टूर्नामेंट की शुरूआत की थी। उसके बाद, अगले मैच में उन्होंने 10 विकेट हासिल किये। गोवा के खिलाफ भी उन्होंने फिर से 9 विकेट लिए।

वाखारे के इस प्रदर्शन की वजह से विदर्भ की टीम आसानी से नॉकआउट तक पहुंच गई। उन्होंने टूर्नामेंट में अभी तक 3 मौकों पर पारी में 5 विकेट जबकि एक बार मैच में 10 विकेट हासिल किया है।

पठानिया, परवेज रसूल, डी जडेजा, एसए देसाई जैसे गेंदबाज़ों ने वाखरे से ज्यादा विकेट लिए हैं लेकिन अपनी शानदार औसत और मैच जिताऊ स्पेल की वजह वाखारे इस सूची में जगह बनाने में सफल रहे।