भारतीय क्षेत्ररक्षकों द्वारा लिए गये 5 बेहतरीन कैच

टीम इंडिया के लिए फील्डिंग डिपार्टमेंट हमेशा से एक कमजोर कड़ी रही है। लेकिन बीते दो दशक से भारतीय टीम ने क्षेत्ररक्षण में काफी सुधार किया है। ये शुरुआत युवराज-कैफ की जोड़ी ने शुरू किया और उसके बाद रैना और कोहली ने इसे आगे बढ़ाया। मौजूदा समय में भारतीय टीम दुनिया की बेहतरीन फील्डिंग साइड है। इस लेख में हम आपको भारतीय खिलाड़ियों के सबसे बेहतरीन कैचों के बारे में बता रहे हैं, जिसमें से हमने 5 बेहतरीन मौकों को चुना है: टी-20 वर्ल्डकप 2007 में दिनेश कार्तिक का हैरतअंगेज कैच टी-20 विश्वकप के पहले संस्करण में युवा भारतीय टीम ने अपनी फील्डिंग से क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था। खासकर दिनेश कार्तिक ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ स्लिप में जो कैच पकड़े थे वह शानदार थे। मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा था, जिससे सेमीफाइनल में पहुंचने की आशा धूमिल हो गयी थी। लेकिन गेंदबाजों ने मैच में शानदार वापसी कराई। प्रोटेस टीम जब बल्लेबाज़ी के लिए मैदान पर आई तो पारी के दूसरे ओवर में आरपी सिंह ने आउटस्विंगर फेंकी जिसे खेलने से ग्रेम स्मिथ खुद को रोक नहीं पाए और स्लिप में गेंद उछल गयी। जहां दिनेश कार्तिक थे, गेंद उनके बायीं ओर बेहद स्पीड में जा रही थी। लेकिन कार्तिक ने हवा में गोता खाते में एक बेहतरीन कैच पकड़ा। इस कैच को देखने के बाद ऐसा लगता है कि कार्तिक ने क्या कमाल का प्रयास किया और उसमे वह सफल भी रहे। इस कैच से मैच में बड़ा असर पड़ा और भारत ने एक रोमांचक मुकाबला जीत लिया। पाकिस्तान के खिलाफ 2004 में मोहम्मद कैफ का सांसें थाम देने वाला कैच भारत पाकिस्तान के दौरे गया था, जबकि बॉर्डर पर टेंशन अपने चरम पर था। जहां सीरीज का पहला मुकाबला बेहद रोमांचक हुआ। ये मैच एक-एक पल करवटे बदलता रहा। अंत में पाकिस्तान को 8 गेंदों में जीत के लिए 10 रन की जरूरत थी। ज़हीर खान गेंदबाज़ी कर रहे थे, उनके सामने शोएब मलिक थे, मलिक ने हवा में शॉट खेला जिसे देखकर ऐसा लगा कि गेंद जहां गिरेगी वहां कोई फील्डर नहीं है। लेकिन उस ओर मोहम्मद कैफ और हेमांग बदानी ने दौड़ लगाई। बदानी को गेंद से थोड़ी दूर देखते हुए कैफ ने उनके ऊपर से छलांग लगाते हुए एक तूफानी कैच पकड़कर मैच का पांसा भारत की तरफ पलट दिया। एक समय ऐसा भी लगा कि कहीं दोनों आपस में टकरा न जाएं। लेकिन कैफ ने टकराहट को किनारे करते हुए एक बेहतरीन कैच पकड़ा। इस कैच पर कुछ इस तरह की टिप्पणी आई, “अगर आप क्रिकेट को फॉलो करते हैं, तो इस तरह के कैच आपको लम्बे समय तक याद रहेंगे।” इस कैच की वजह से भारत ने मुकाबला 5 रन से जीत लिया था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2002 में युवराज सिंह का हैरान कर देने वाला करतब आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2002 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ युवराज सिंह ने पहले बल्लेबाज़ी में 62 रन बनाये उसके बाद उन्होंने दो हैरतअंगेज कैच पकड़कर मैच का रुख भारत की ओर मोड़ दिया। जिसमें पहला कैच उन्होंने ऑफ साइड में ज़हीर की गेंद पर ग्रेम स्मिथ का पकड़ा था। युवराज ने पॉइंट पर उछलकर ये कैच पकड़ा था। बाएं हाथ के इस ऑलराउंडर ने उस समय एक कैच पकड़ा जब भारत मैच से बाहर होने की स्थिति में आ गया था। दक्षिण अफ़्रीकी टीम को 71 गेंदों में 68 रन चाहिए थे। जबकि उसके 9 विकेट शेष बचे थे। जोंटी रोड्स ने हरभजन सिंह स्वीप करना चाहा लेकिन गेंद उनके बल्ले पर चढ़ गयी। हालांकि विकेटकीपर तकरीबन गली के क्षेत्र में खड़े थे। लेकिन युवराज ने पहले ही अंदाजा लगा लिया और एक शानदार कैच पकड़ा। जहां से इस मैच में अफ्रीकी टीम लड़खड़ा गयी और भारत ने अंतत: 10 रनों से जीत लिया। विश्वकप 1983 में दिग्गज कपिल देव का दौड़ते हुए कैच पकड़ना विश्वकप 1983 के फाइनल मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया। लेकिन गेंदबाजों ने भारत को मैच में बनाये रखा। मैच संतुलित था, लेकिन मैदान पर जैसे ही विस्फोटक बल्लेबाज़ विवियन रिचर्ड्स पहुंचे उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए 28 गेंदों में 33 रन बनाये और भारत मैच से तकरीबन बाहर हो गया। लेकिन कपिल देव ने कमाल कर दिया, मदन लाल ने रिचर्ड्स को एक शार्ट गेंद फेंकी जिसे वह सही से पढ़ नहीं पाए और गेंद खाली मिड विकेट क्षेत्र में हवा लहरा गयी। मैच में भारत का दिन था और कपिल देव ने लम्बी दौड़ लगाकर इस अहम कैच को पकड़ लिया। भारतीय कप्तान ने तकरीबन 20 मीटर की दौड़ लगाते हुए इस कैच को अंजाम दिया। ये कैच आश्चर्यजनक था, जिसे कपिल देव ने बेहतरीन सूझ-बूझ से पकड़ा और भारत की मैच में वापसी करा दिया। बाद में रिचर्ड्स ने कहा कि उन्हें नहीं पता की कपिल देव कहां थे। लेकिन जब उन्होंने कैच पकड़ लिया तो मैंने मान लिया कि मेरा समय समाप्त हुआ। उनके आउट होने के बाद वेस्टइंडीज बल्लेबाजों इ आउट होने की होड़ मच गयी और भारत मुकाबला जीत गया। पाकिस्तान के खिलाफ 2012 में सुरेश रैना का सिंगल हैण्ड कैच साल 2012 में एशिया कप में भारत व पाकिस्तान का मुकाबला हो रहा था। इस मैच में मोहम्मद हफीज और नसीर जमशेद ने शतकीय पारी खेली और उसके बाद युनिस खान ने बाद में जोरदार अर्धशतक जड़कर पाक को और मजबूती प्रदान की। प्रवीन कुमार गेंदबाज़ी कर रहे थे और उनके ओवर की पांचवी गेंद पर युनिस ने कवर की दिशा में खेलना चाहा। लेकिन गेंद हवा उछल गयी। हालांकि कवर में खड़े रैना ने हवा में उछलते हुए एक बेहतरीन टाइमिंग वाला कैच पकड़ा। गेंद पकड़ने के बाद रैना ने जमीन पर अपनी डाइव को पूरा किया। इस कैच ने स्टेडियम में सबको हैरान कर दिया। बाद में कोहली के 183 रन की पारी ने भारत को जीत दिला दिया। लेखक- चैतन्य, अनुवादक- जितेंद्र तिवारी