#4 मनीष पांडे की नंबर-5 पर बड़ी दावेदारी
फ़ाइनल मैच से पहले तक अगर किसी खिलाड़ी ने सभी को प्रभावित किया था तो वह थे मनीष पांडे। जिनकी प्रतिभा पर किसी को कभी शक़ नहीं हुआ है, फिर चाहे डेब्यू वनडे में 71 रनों की शानदार पारी हो या सिडनी में मेज़बान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ 104 नाबाद रनों की दिलकश पारी। हालांकि इसके बाद भी मनीष ख़ुद को बदक़िस्मत ही कहेंगे कि आज तक वह टीम इंडिया का नियमित हिस्सा नहीं बन पाए हैं, और दल में रहते हुए भी उन्हें प्लेइंग-XI में अपनी बारी के लिए काफ़ी इंतज़ार करना पड़ता है। ट्राई सीरीज़ और उससे पहले दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर भी पांडे ने नंबर-5 पर कमाल की बल्लेबाज़ी करते हुए मैच फ़िनिशर के तौर पर ख़ुद को साबित किया था। ट्राई सीरीज़ में मनीष पांडे ने 5 मैचों की 4 पारियों में 67 की शानदार औसत से 134 रन बनाए, हालांकि फ़ाइनल मैच में उन्होंने अपेक्षाकृत धीमी बल्लेबाज़ी ज़रूर की थी लेकिन भविष्य में वह टीम इंडिया की सीमित ओवर में नंबर-5 की तलाश को पूरी करने के बड़े दावेदार हो सकते हैं।