मार्टिन गप्टिल जब अपने रंग में होते हैं तो उन्हे रोकना नामुमकिन सा हो जाता है। गप्टिल गेंदबाज को मौका ही नहीं देते हैं और काफी विस्फोटक बल्लेबाजी करते हैं। 2015 के वर्ल्ड कप में उनकी वो पारी कौन भूल सकता है। जब वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए उन्होंने 237 रनों की तूफानी पारी खेली थी। ये वर्ल्ड कप इतिहास का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है। जेरोम टेलर की पहली ही गेंद पर बाउंड्री लगाकर उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए। बाउंड्री छोटी होने की वजह से उन्हे लंबे-लंबे शॉट लगाने में और आसानी हुई। शतक पूरा करने के बाद वो और आक्रामक हो गए। शतक से दोहरा शतक उन्होंने कब पूरा किया पता ही नहीं चला और उनका ये तूफान 237 रनों पर जाकर रुका। हालांकि 27 रनों से वो रोहित शर्मा के 264 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने से चूक गए। लगभग 50 टेस्ट खेलने के बावजूद गप्टिल क्रिकेट के इस लंबे फॉर्मेट में खुद को स्थापित नहीं कर पाए। अच्छी शुरुआत के बावजूद वो गलत शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा देते थे। हालांकि बांग्लादेश के खिलाफ नंबर 5 पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने अपने जीवन की बेस्ट टेस्ट पारी खेली। गप्टिल ने 189 रन बनाकर बता दिया कि सिर्फ छोटे फॉर्मेट ही नहीं बल्कि वो टेस्ट क्रिकेट में भी रन बना सकते हैं। 158 रनों पर 5 विकेट गंवाने के बाद न्यूजीलैंड की टीम को किसी ऐसे बल्लेबाज की जरुरत थी जो टिककर खेल सके। गप्टिल ने मैक्कलम के साथ मिलकर पारी को संभाला।