5 महान खिलाड़ी जिन्होंने भारत के ख़िलाफ़ अपना पहला और आखिरी टेस्ट मैच खेला

ये ज़रूरी नहीं है कि हर खिलाड़ी को ये बात पता हो कि जो टेस्ट मैच वो खेलने जा रहा वो उसका आख़िरी टेस्ट मैच है या नहीं। कई खिलाड़ी इतने ख़ुशकिस्मत होते हैं कि वो अपनी शर्तों पर टेस्ट करियर को अलविदा कह पाते हैं। हालांकि कई क्रिकेटर ऐसे भी हैं जिनकी विदाई बेहद सख़्त अंदाज़ में होती है। कुछ चुनिंदा क्रिकेटर ऐसे भी होते हैं जिनकी ज़िंदगी उन्हें उसी मोड़ पर पहुंचा देती है जहां से उनकी शुरुआत हुई है। हम यहां उन 5 महान क्रिकेटर्स को लेकर चर्चा कर रहे हैं जिन्होंने अपने टेस्ट करियर को भारत के ख़िलाफ़ शुरू और अंत किया है।

#1 स्टीव वॉ (ऑस्ट्रेलिया)

स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के महानतम और सफलतम कप्तानों में से एक हैं। उनके नेतृत्व में कंगारू टीम ने क्रिकेट की दुनिया में कई सालों तक राज किया है। वो ऐसे जुझारू बल्लेबाज़ रहे हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10,927 रन बनाए हैं। वो टेस्ट क्रिकेट में बतौर मध्य गति के पेस गेंदबाज़ के तौर पर आए थे जो 9वें नंबर पर बल्लेबाज़ी करते थे। उन्होंने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत मेलबर्न में टीम इंडिया के ख़िलाफ़ की थी। अपने पहले मैच में उन्होंने 13 और 5 रन बनाए थे और 36 रन देकर 2 विकेट हासिल किए थे। 168 टेस्ट मैच में खेलने के बाद स्टीव ने अपने टेस्ट करियर का अंत भारत के ख़िलाफ़ ही किया था। साल 2004 में सिडनी के मैदान में टेस्ट सीरीज़ का चौथा और आख़िरी मैच खेलने के बाद स्टीव ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इस सीरीज़ में टीम इंडिया ने 1-1 से बराबरी कर ली थी। स्टीव वॉ ने अपने आख़िरी टेस्ट मैच में 40 और 80 रन की पारियां खेली थीं।

#2 कार्ल हूपर (वेस्टइंडीज़)

गयाना के खिलाड़ी कार्ल हूपर ने 1986-87 के सत्र के दौरान मुंबई में टीम इंडिया के ख़िलाफ़ अपने टेस्ट करियर का आग़ाज़ किया था। अपने पहले मैच में उन्होंने 37 रन बनाए थे। हूपर ने अपना सर्वाधिक स्कोर गयाना के मैदान में भारत के ही ख़िलाफ़ बनाया था, उन्होंने 233 रन की पारी खेली थी। अपने टेस्ट करियर में उन्होने 5,762 रन और 114 विकेट हासिल किए थे। हूपर ने अपना आख़िरी टेस्ट कोलकाता के ईडन गार्डेन्स में खेला था, जहां उन्होंने 19 रन बनाए और सौरव गांगुली का विकेट हासिल किया था।

#3 ब्रैड हॉग (ऑस्ट्रेलिया)

ब्रैड हॉग ने 12 साल के टेस्ट करियर में महज़ 7 टेस्ट मैच खेले है। उन्होंने 1996-97 में दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला मैदान में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। अपने पहले मैच में उन्होंने सिर्फ़ सौरव गांगुली का विकेट लिया था। साल 2007-08 में हॉग को कंगारू टीम में वापस बुला लिया गया क्योंकि शेन वॉर्न रिटायर हो चुके थे और स्टुअर्ट मैक्गिल चोटिल हो गए थे। उन्होंने अपना आख़िरी टेस्ट मैच एडिलेड में भारत के ख़िलाफ़ खेला था जिसमें उन्होंने 2 विकेट हासिल किए थे।

#4 बिली बोवेस (इंग्लैंड)

बिली बोवेस ने साल 1932 में अपना पहला टेस्ट मैच टीम इंडिया के ख़िलाफ़ लॉर्ड्स के मैदान में खेला था। भारतीय क्रिकेट टीम का भी ये पहला टेस्ट मैच था। इस मैच में बिली ने 6 विकेट हासिल किए थे और इंग्लैंड को 158 रन की जीत दिलाई थी। साल 1946 में दूसरे विश्व युद्ध के बाद उन्होंने अपना आख़िरी टेस्ट मैच भारत के ही ख़िलाफ़ खेला था जिसमें उन्होंने महज़ 1 विकेट हासिल किया था। दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने अपना पहला और आख़िरी मैच 25 जून को खेला था।

#5 एलिस्टेयर कुक (इंग्लैंड)

एलिस्टर कुक इंग्लैंड के इतिहास में सबसे ज़्यादा टेस्ट रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। भारत के ख़िलाफ़ मौजूदा ओवल टेस्ट उनका आख़िरी टेस्ट मैच है। उन्होंने इंग्लैंड टीम के लिए काफ़ी योगदान दिया है। कुक ने 1 मार्च 2006 को नागपुर में टीम इंडिया के ख़िलाफ़ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। पहले मैच में कुक ने 60 रन की पारी खेली थी। कुक के नाम लगातार 158 टेस्ट मैच खेलने का भी विश्व रिकॉर्ड है। लेखक- ब्रोकन क्रिकेट अनुवादक- शारिक़ुल होदा

Edited by Staff Editor
Sportskeeda logo
Close menu
WWE
WWE
NBA
NBA
NFL
NFL
MMA
MMA
Tennis
Tennis
NHL
NHL
Golf
Golf
MLB
MLB
Soccer
Soccer
F1
F1
WNBA
WNBA
More
More
bell-icon Manage notifications