पिछले माह भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा था कि जिन युवा खिलाड़ियों को 2019 के विश्वकप में शामिल किया जाएगा उन्हें उससे पूर्व काफी मौका दिया जाएगा। टेस्ट सीरीज के बाद भारत व श्रीलंका के बीच 5 वन्डे की सीरीज खेली जानी है। जिसमें हो सकता है युवा खिलाड़ियों को इसी बात को ध्यान में रखकर शामिल किया जाए। मौजूदा समय में श्रीलंकाई टीम पहले के मुकाबले बेहद कमजोर है। ऐसे में चयनकर्ताओं के पास भविष्य की योजना को ध्यान में रखते हुए टीम चयन में आसानी होगी। आइए जानते हैं वह कौन से खिलाड़ी हैं, जिन्हें टीम में मौका मिल सकता हैः ऋषभ पंत भारतीय घरेलू क्रिकेट में ऋषभ पंत मौजूदा समय में सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं। 19 वर्ष की उम्र में पंत ने भारत के लिए टी-20 में डेब्यू कर चुके हैं। आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें इंग्लैंड में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम में जगह नहीं मिली थी। लेकिन उन्हें वेस्टइंडीज के दौरे पर गयी टीम में शामिल किया गया था। दुर्भाग्यवश पंत को अभी तक वनडे मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला है। लेकिन हाल ही में दक्षिण अफ्रीका व अफगानिस्तान के साथ संपन्न हुई त्रिकोणीय सीरीज में वह भारत ए टीम के हिस्सा रहे हैं। ऐसे चयनकर्ता पंत के भविष्य को लेकर बड़ा फैसला कर सकते हैं। उनके लिए श्रीलंका का ये दौरा अहम होगा। अक्षर पटेल आर अश्विन व रवींद्र जडेजा मौजूदा समय में भारत के बेहतरीन स्पिन गेंदबाज हैं। जिसकी वजह से अक्षर पटेल को भारतीय टीम में ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। हालांकि उन्हें जब भी मौका मिला है, उन्होंने उसे भुनाया है। खासकर वनडे क्रिकेट में पटेल का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। जबकि अश्विन व जडेजा इस प्रारूप में उतने प्रभावी नहीं रहें हैं। पिछले साल अक्टूबर में आईसीसी वनडे रैंकिंग में टॉप 20 में भुवनेश्वर कुमार के साथ अक्षर पटेल भी थे। बाएं हाथ के इस ऑलराउडंर ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी व क्षेत्ररक्षण में कमाल का प्रदर्शन किया है। ऐसे में उन्हें 2019 के विश्वकप को ध्यान में रखते हुए टीम में शामिल किया जा सकता है। क्रुनाल पांड्या हार्दिक पांड्या मौजूदा समय में भारतीय टीम के नियमित सदस्य हैं। उनके टीम में आने से टीम को बढ़िया संतुलन मिला है। निकट भविष्य में अगर वह भारतीय टीम में अपने बड़े भाई क्रुनाल पांड्या के साथ खेलते नजर आयें तो हमें हैरान नहीं होना चाहिए। वह भी अपने भाई की तरह ही ऑलराउंडर हैं। क्रुनाल का भारतीय टीम में आना टीम के संतुलन को बेहतर बनाएगा। इससे टीम प्रबंधन को निचले क्रम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज मिल जाएगा। आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए क्रुनाल से सबको प्रभावित किया है। कई बड़ी लीग के अलावा पांड्या का प्रदर्शन 2016/17 में विजय हजारे ट्रॉफी में भी उम्दा रहा है। युजवेंद्र चहल भारत के लिए खेले अपने आखिरी टी-20 मैच में चहल ने 23 रन देकर 6 विकेट लिए थे। जो किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इसके अलावा चहल का प्रदर्शन आईपीएल में भी उम्दा रहा है। लेकिन इसके बावजूद चहल को न तो चैंपियंस ट्रॉफी में और न ही वेस्टइंडीज के दौरे पर गई टीम में मौका मिला। आधुनिक क्रिकेट में कलाई के स्पिनरों में चहल सबसे बेहतरीन गेंदबाज हैं। जिनका इस्तेमाल भारतीय क्रिकेट में होना चाहिए। आने वाले समय में चहल व चाइनामैन कुलदीप यादव की जोड़ी भारत को सफलता दिलाने में अहम साबित होगी। ऐसे में श्रीलंका के दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम में उन्हें मौका मिलना चाहिए। मनीष पाण्डेय ये कहना बेहद आसान होगा कि मनीष पाण्डेय भारतीय क्रिकेट के दुर्भाग्यशाली खिलाड़ियों में से एक हैं। साल 2016 में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मनीष ने मैच जिताऊ शतकीय पारी खेली थी। जिसके बाद वह आज भी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीरिज में एक खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और उनकी जगह पर टीम में युवराज सिंह को शामिल किया गया। लेकिन पाण्डेय ने घरेलू स्तर व आईपीएल में खुद को साबित किया और चैंपियंस ट्रॉफी में जाने वाली टीम में जगह बना ली। लेकिन चोटिल होने की वजह से उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। मौजूदा समय में उनकी कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान के साथ हुए त्रिकोणीय सीरिज को जीत लिया है। जहाँ उन्होंने 275 के औसत से रन बनाये हैं। श्रीलंका के खिलाफ जाने वाली भारतीय टीम में अगर उन्हें नहीं शामिल किया जाता है, तो ये चयनकर्ताओं की बड़ी भूल होगी। लेखक-विग्नेश, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी