आईपीएल में मनीष पाण्डेय पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी थे, जिन्होंने शतक ठोंका था। लेकिन इस प्रतिभावान बल्लेबाज़ पर चयनकर्ताओं ने मेहरबानी बहुत देरी से दिखाई। वहीं जब पाण्डेय को टीम इंडिया में मौका मिला तो वह खुद को स्थापित करने में भी असफल रहे हैं। आईपीएल की केकेआर फ्रैंचाइज़ी में अभिन्न सदस्य मनीष पाण्डेय (साल 2014 के आईपीएल फाइनल में 94 रन की पारी खेली थी) को भी बीसीसीआई को विदेशी लीग में खेलने की अनुमति देनी चाहिए थी। जिससे इस 27 वर्षीय बल्लेबाज़ को विदेशी धरती पर खेलने का अनुभव बढ़ता और राष्ट्रीय टीम में खुद को साबित करने का अवसर भी मिलता।
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