IPL: 5 मौक़े जब महेंद्र सिंह धोनी मैच ख़त्म करने में विफल रहे

# 1 मुंबई इंडियंस बनाम चेन्नई सुपर किंग्स: फाइनल (2013)

रोहित शर्मा की अगुवाई वाली मुंबई टीम ने आईपीएल ट्राफी को जीतने के इंतज़ार को आख़िरकार अंजाम दिया, मुंबई ने छठे संस्करण के फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर खिताब जीता। पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस उथल-पुथल का शिकार रही और 9.3 ओवरों के बाद 52-4 पर संघर्ष कर रही थी। हालांकि, काइरोन पोलार्ड और अंबाती रायुडू की दो महत्वपूर्ण पारियों के बूते टीम 20 ओवरों के बाद 148/9 का स्कोर बनाने में सफल रही। इसके बाद भी उनका कुल स्कोर दूसरी तरफ के बड़े बल्लेबाजी क्रम को देखते बहुत कम लग रहा था। हालांकि, लसिथ मलिंगा और मिचेल जॉन्सन ने मेजबान टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया और दूसरी पारी के पहले ओवर से ही सीएसके के बल्लेबाजों पर गेंदों से हमला किया। धोनी के अलावा कोई भी बल्लेबाज़ इस खतरनाक गेंदबाजी के आगे खड़ा न हो सका। हालांकि, कप्तान ने अकेले लड़ाई जरुर लड़ी, मगर रिकॉर्ड तीसरी बार उस प्रतिष्ठित ट्रॉफी को जीतने के लिए वह पर्याप्त नहीं था। वह नाबाद 63 रन बनाकर एक छोर पर खड़े रहे, जबकि उनकी टीम में कोई भी 20 का स्कोर पार न कर सका। यहां ध्यान देने योग्य ये है कि आईपीएल में लक्ष्य का पीछा करते हुए धोनी जब भी नाबाद रहे हैं, उनकी टीम सिर्फ दो मौकों पर जीत हासिल करने से चूकी है। यह आंकड़ा, अपने आप में इस पूर्व भारतीय कप्तान की मैच समाप्त करने की बेजोड़ क्षमता को दर्शाता है। लेखक: रुपिन काले अनुवादक: राहुल पांडे

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