पर्थ की पिच को हमेशा से ही तेज गेंदबाजी के लिए मुफीद माना जाता रहा है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने उस मैच तेज गेंदबाज की जगह स्पिनर रॉबिन पीटरसन को टीम में शामिल किया | य़े रिकी पोंटिंग का आखिरी टेस्ट मैच भी था | दक्षिण अफ्रीका के इस फैसले पर सभी ने सवाल उठाए | लेकिन पीटरसन ने अपने खेल से सबके सवालों का करारा जवाब दिया | सभी को लगा रहा था कि अपने आखिरी मैच में पोंटिंग बड़ा स्कोर बनाएंगे, लेकिन पीटरसन के दिमाग में तो कुछ और ही चल रहा था | महज 8 रनों पर ही उन्होंने पोंटिंग को आउट कर खलबली मचा दी | गेंद पोंटिंग के बल्ले का किनार लेकर स्लिप में खड़े जैक कैलिस के हाथों में समा गई | उस टेस्ट मैच में पीटरसन ने 6 विकेट चटकाए और दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 309 रनों के बड़े अंतर से वो मैच जीता | शायद उस मैच में पीटरसन की सफलता को ध्यान में रखते हुए तीन साल बाद ठीक उसी जगह पर एक और लेफ्ट ऑर्म स्पिनर केशव महाराज को मौका दिया गया |