2011 में भारत ने घरेलू सरजमीं पर 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीता | उस पूरे टूर्नामेंट में केवल दक्षिण अफ्रीका के हाथों उसे हार मिली और ये हुआ आखिरी के ओवरो में रॉबिन पीटरसन की आक्रामक बल्लेबाजी के कारण | नागपुर में खेले गए उस रोमांचक मैच में दक्षिण अफ्रीका को जीतने के लिए आखिरी ओवर में 13 रन चाहिए थे, बल्लेबाज थे रॉबिन पीटरसन और उनके सामने थे भारत के अनुभवी गेंदबाज आशीष नेहरा | लेकिन पीटरसन को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा | उन्होंने चौके के साथ ओवर की शुरुआत की और अगली ही गेंद पर एक शानदार छक्का जड़ दिया | पूरे स्टेडियम में सन्नाटा छा गया, साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 4 गेंदों पर महज 3 रन चाहिए थे | अगली 2 गेंदों पर एक डबल और चौके के साथ साउथ अफ्रीका ने भारत से वो मैच छीन लिया | पीटरसन के लिए ये वर्ल्ड कप काफी शानदार रहा वो दक्षिण अफ्रीका की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे | टूर्नामेंट में उनका सबसे बढ़िया बॉलिंग प्रदर्शन बांग्लादेश के खिलाफ था | बांग्लादेश के खिलाफ उस मैच में उन्होंने 12 रन देकर 4 विकेट चटकाए जिसकी वजह से बांग्लादेश की टीम मात्र 78 रनों पर सिमट गई |