पाकिस्तानी मूल के एक इंग्लिश क्रिकेटर मोईन अली को ग्रीम स्वान के अचानक संन्यास लेने के बाद उनकी ऑफ स्पिन के लिए इंग्लैंड की तरफ से बुलाया गया। लेकिन शुरुआती दिनों में बल्लेबाजी उनका मजबूत पक्ष था। उन्होंने सलामी बल्लेबाज के रूप में अपना एकदिवसीय कैरियर शुरू किया, लेकिन जल्द ही उन्हें निचले क्रम में स्थानांतरित कर दिया गया। इसकी वजह ये थी कि सलामी बल्लेबाज के तौर पर एलेक्स हेल्स और जेसन रॉय काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। रूट, मॉर्गन और स्टोक्स जैसे स्टार खिलाड़ियों से सजे इंग्लिश टीम के साथ उन्हें स्वतंत्रता से खेलने का मौका दिया गया है। उन्होंने ज्यादातर अच्छा ही प्रदर्शन किया है, और पारी के अंत में जरुरत के हिसाब से उन्होंने कई बार आक्रामक पारी भी खेली है।