#4 8वां मैच ( 23 अप्रैल, 2008)
यह दोनों टीमों के बीच पहला मुक़ाबला था। आईपीएल-2008 में इन दो टीमों को ख़िताब के सबसे प्रबल दावेदारों में गिना जा रहा था। पिच सपाट थी और धोनी की टीम पहले बल्लेबाज़ी कर रही थी। चेन्नई ने अपने शुरूआती दो विकेट जल्द ही खो दिए, लेकिन इसके बाद मैथ्यू हेडन और सुरेश रैना ने आक्रामकता बरकरार रखते हुए बेहतरीन साझेदारी की और 104 रन जोड़े। हेडन ने 46 गेंदों में 81 रन बनाए। इसके बाद रही-सही कसर धोनी ने आख़िर के कुछ ओवरों में पूरी कर दी। धोनी ने 16 गेंदों में 30 रन बना डाले, चेन्नई ने मुंबई को 209 रनों का लक्ष्य दिया, जो उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। पारी को रफ़्तार देने की कोशिश में मुंबई ने अपने शुरूआती दो विकेट जल्द ही गंवा दिए। इसके बाद रॉबिन उथप्पा ने पारी को फिर से पटरी पर लाने का काम किया। मुंबई को आख़िरी चार ओवरों में 62 रनों की ज़रूरत थी। मैच मुंबई के हाथों से फिसलता नज़र आ रहा था, लेकिन अभिषेक नायर ने कुछ रोमांच पैदा कर दिया। नायर ने अमरनाथ के एक ओवर में 21 रन जड़ डाले। अगले ओवर में मुंबई के कप्तान हरभजन सिंह ने जैकब ओरम की गेंदों पर 2 छक्के लगा दिए। अब 2 ओवरों में 28 रनों की ज़रूरत थी। मुरलीधरन ने चेन्नई के फ़ैन्स को राहत देते हुए बेहतरीन ओवर किया और सिर्फ़ 9 रन दिए और हरभजन का विकेट भी लिया। आख़िरी ओवर जोगिंदर शर्मा ने डाला और मुंबई की टीम जीत से कुछ कदम दूर, 202 रनों पर सिमट गई। मैथ्यू हेडन को 'मैन ऑफ़ द' मैच चुना गया।