#2 43वां मैच (8 मई, 2015)
मुंबई की कप्तानी रोहित शर्मा के हाथों में थी। चेन्नई का विकेट धीमा था और टीम पहले बल्लेबाज़ी कर रही थी। सुपर किंग्स ने एक सधी हुई शुरूआत की। 16वें ओवर तक चेन्नई की टीम रनों की रफ़्तार बढ़ाने के लिए संघर्ष ही करती रही। पवन नेगी ने आकर हालात कुछ बदले और एक तेज़ पारी खेली। उन्होंने 17 गेंदों में 36 रन बनाए और चेन्नई का स्कोर पहुंचा 158 रन। चेन्नई के विकेट पर यह स्कोर चेज़ करना आसान नहीं था। ओपनर्स ने मुंबई की टीम को एक अच्छी शुरूआत दी और 11वें ओवर में पार्थिव पटेल का विकेट गिरने से पहले, सलामी जोड़ी ने 84 रन जोड़े। लेकिन इसके बाद अगले 2 रनों पर मुंबई के तीन बल्लेबाज़ आउट हो गए। कप्तान रोहित भी सिर्फ़ 18 रन ही बना सके। मुंबई को आख़िरी दो ओवरों में 30 रनों की ज़रूरत थी और स्ट्राइक हार्दिक पांड्या के पास थी। पांड्या ने नेगी के ओवर में तीन छक्के जड़ दिए और मैच मुंबई के पाले में आ गया। अंबाती रायुडू ने भी नेगी की आख़िरी गेंद पर एक छक्का लगा दिया। नेगी के ओवर से कुल 25 रन आए, बची कसर आख़िरी ओवर में पूरी हो गई और मुंबई इंडियन्स मैच जीत गई। हार्दिक पांड्या को 'मैन ऑफ़ द मैच' चुना गया।