2007 में हुए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी ने शानदार कप्तानी करते हुए भारतीय़ टीम को जीत दिलाई थी। इसके बाद जब 2008 में आईपीएल की शुरुआत हुई तो धोनी सबसे बड़े मैच विनर खिलाड़ी थे। तब चेन्नई की टीम ने उन्हें रिकॉर्ड $ 1.5 million देकर खरीदा था। 2008 में उससे ज्यादा पैसे केवल 2 खिलाड़ियों को मिले थे। बहुत से लोगों ने ये सोचा कि शायद चेन्नई टीम मैनेजमेंट ने धोनी पर ज्यादा पैसा खर्च कर दिया है। लेकिन उसके बाद 2 आईपीएल टाईटल और 2 चैपियंस लीग का टाइटल जीतकर उन्होंने दिखा दिया कि क्यों सीएसके ने उन पर इतना पैसा खर्च किया था। धोनी वर्तमान में आईपीएल के सबसे सफल कप्तान हैं और उन्होंने खुद को एक बड़े खिलाड़ी के तौर पर भी स्थापित किया है। विपरीत परिस्थितियों में शांत रहने, कभी ना हार मानने का जज्बा उन्हें और खिलाड़ियों से अलग बनाती है। मुश्किल से मुश्किल हालात में भी वो टीम को संकट से निकाल लाते हैं। ये काबिलियत उनके अंदर कूट-कूटकर भरी हुई है। 2008 में वो चेन्नई की टीम के सबसे महंगे खिलाड़ी थी। हालांकि बाद में चेन्नई की टीम ने उनसे भी ज्यादा रकम देकर और खिलाड़ियों को खरीदा।