आईपीएल के शुरुआती 2 संस्करण 2008 और 2009 में चेन्नई की टीम में सबसे ज्यादा महंगे खिलाड़ियों की भरमार थी। लेकिन टीम कभी खिताब नहीं जीत पाई। इसके बाद अगली 2 नीलामी में चेन्नई की टीम ने ज्यादा पैसा नहीं खर्च किया, फिर भी 2010 और 2011 का आईपीएल खिताब जीत लिया। एक बार टीम सेट हो जाने के बाद 2012 की नीलामी में चेन्नई की टीम ने दिल खोलकर पैसा खर्च किया और 2012 का सबसे महंगा खिलाड़ी खरीदा। 2012 की नीलामी केवल 3 खिलाड़ी ही $1 मिलियन के आंकड़े को छू पाए थे। इनमें से सबसे बड़ा नाम था रविंद्र जडेजा का। जडेजा को खरीदने के लिए डेक्कन चार्जस हैदराबाद और चेन्नई की टीम में कड़ा मुकाबला देखने को मिला अंत में चेन्नई की टीम ने बाजी मार ली। कुछ लोगों को उम्मीद थी कि जडेजा सबसे महंगे खिलाड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे। क्योंकि इससे पहले वो 2008 के शुरूआती सीजन में वो राजस्थान रॉयल्स की विनिंग टीम का हिस्सा था। इससे अगले सीजन में कोच्चि टस्कर्स की टीम ने उन्हें $950,000 में खरीदा था। सितंबर 2011 में कोच्चि की टीम ने जडेजा को रिलीज कर दिया जिसके बाद 2012 की नीलामी में चेन्नई की टीम ने $2 मिलियन खर्च कर उन्हें खरीदा। चेन्नई की टीम में रविचंद्रन अश्विन के साथ उनकी जोड़ी काफी सफल रही। यही नहीं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी भारतीय टीम को इस जोड़ी ने कई मैच जिताए। इसके अलावा निचले क्रम में उपयोगी बल्लेबाजी करते हुए वो सीएसके के लिए 800 से भी ज्यादा रन बना चुके हैं। वहीं अब तक वो 64 विकेट भी हासिल कर चुके हैं। जब सीएसके की टीम ने उन्हें खरीदा था तब शायद सोचा भी नहीं होगा कि वो टीम के लिए ब्लॉकबस्टर खिलाड़ी साबित होंगे।