IPL: 5 बड़े बल्लेबाज़ जो आईपीएल में कभी एक भी छक्का नहीं लगा सके

टी-20 प्रारूप के आविष्कार के बाद से इस खेल में बल्लेबाजों को अधिक फायदा हुआ है, क्योंकि इस प्रारूप में खिलाड़ियों को विकेट लेने की अपेक्षा बल्ले से छक्के लगाना ज़्यादा आसान लगता है। मिसाल के तौर पर क्रिस गेल जैसे खिलाड़ी ने इस प्रारूप में अबतक 846 छक्के लगाए हैं, जिनमें से 292 आईपीएल में आए हैं। गेल की यह संख्या डरावनी लगती है, लेकिन जब छक्के को मारने की बात आती है तो प्रत्येक खिलाड़ी के रिकॉर्ड एक समान नहीं होते है। पर असल में कुछ बल्लेबाज़ ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी तक अपने आईपीएल करियर में एक भी छक्का लगाने में कामयाब नहीं हुए हैं। आइये नजर डालते हैं ऐसे पांच उल्लेखनीय बल्लेबाजों पर जिन्होंने आईपीएल में एक भी छक्का नहीं लगाया। नोट: कम से कम 50 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ को ही इस फ़ेहरिस्त में शामिल किया गया है

#5 कैलम फर्ग्यूसन

ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर हो चुके बल्लेबाज कैलम फर्ग्यूसन से बहुत ज्यादा लोग परिचित नहीं होंगे। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने एक टेस्ट, 30 एकदिवसीय और तीन टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया है। फर्ग्यूसन पुणे वॉरियर्स इंडिया की टीम का एक हिस्सा रहे हैं जो 2011 और 2012 के सत्र में आईपीएल का हिस्सा थी। फर्ग्यूसन ने 9 मैचों में उनके लिए खेला और 16 से ख़राब औसत और 83.76 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 98 रन बनाए, जो टी 20 प्रारूप में काफी निम्न स्तरीय माना जाता है और साथ उन्होंने 98 रनों अपने कुछ स्कोर में एक भी छक्का नहीं लगया।

#4 माइकल क्लिंगर

कैलम फर्ग्यूसन की तरह पिछले एक दशक में ऑस्ट्रेलिया के इस दुर्भाग्यशाली खिलाड़ी के बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं। माइकल क्लिंगर अपने देश के लिए सिर्फ 3 मैच खेलने में कामयाब रहे, घरेलू स्तर पर मिली सफलता के बाद यह आंकड़े बहुत अनुचित लगते हैं। इस दाएं हाथ के खिलाड़ी ने भी आईपीएल का स्वाद चखा है। उन्हें 2011 के सीज़न में कोच्चि टस्कर्स केरल ने खरीदा था जिसमें उन्होंने 4 मैच खेले थे। क्लिंगर ने 18.25 के औसत और 94.81 का स्ट्राइक रेट से उन 4 मैचों में 73 रन बनाए और एक भी छक्का मारने के कामयाब नहीं हुए।

#3 आकाश चोपड़ा

जब प्रथम श्रेणी क्रिकेट की बात आती है तो पूर्व भारतीय टेस्ट सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा एक दिग्गज खिलाड़ी हैं क्योंकि उन्होंने 45 की औसत से 10000 से अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने 10 अवसरों पर क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में भारतीय टीम का भी प्रतिनिधित्व किया है। लेकिन ये बात टी-20 प्रारूप में उनकी बल्लेबाजी के बारें में नहीं कही जा सकती है। एक सलामी बल्लेबाज के रुप में उन्होंने 21 मैचों 91.25 की स्ट्राइक रेट से 334 रन बनाये और अपने टी-20 करियर का इकलौता छक्का लगाया है। लेकिन यह छक्का आईपीएल में नहीं आया था जहां उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से दो सीज़न खेले और जिसमें 71 गेंदों को सामना करते हुए सिर्फ 75 की स्ट्राइक रेट से 53 रन बनाये हैं।

#2 शोएब मलिक

शोएब मलिक उन पाकिस्तानी खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने 2008 के सत्र में आईपीएल खेला था। दाएं हाथ का ये बल्लेबाज दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से सामने आया और 7 मौकों पर मलिक को प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका मिला। वह आईपीएल में अपने टी-20 अंतर्राष्ट्रीय बल्लेबाजी नंबरों को आगे बढ़ाने में नाकाम रहे और टूर्नामेंट में वह विफल साबित हुए। 5 पारियों में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका मिला जिसमें उन्होंने 13 की औसत से केवल 52 रन बनाए और 110 से अधिक की स्ट्राइक रेट हासिल की। इस दौरान उन्होंने ​​47 गेंदों का टूर्नामेंट में सामना किया, लेकिन एक बार भी गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने में वह नाकाम रहे।

#1 माइकल क्लार्क

आईपीएल में सर्वाधिक मांग वाले पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के चलते इस टूर्नामेंट से खुद को अलग कर लिया था। 2012 आईपीएल के बाद पुणे वॉरियर्स के फ्रैंचाइजी ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। लेकिन वह आईपीएल में अपनी राष्ट्रीय सफलता को दोहराने में नाकाम रहे क्योंकि चीजें उनके पक्ष में नहीं गयी और वह उम्मीदों पर खरे उतर नहीं सके। क्लार्क ने उस सत्र में केवल 6 मैच खेले और 94 गेंदों का सामना किया जिसमें उनके बल्ले से बिना किसी छक्के के 98 रन निकले। लेखक- नवीन अनुवादक- सौम्या तिवारी

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