2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्मुक्त चंद की तुलना उनकी दिल्ली की टीम के साथी खिलाड़ी विराट कोहली से की जाने लगी थी। पर विराट का करियर दिनोंदिन नई बुलंदियां छूता गया लेकिन उन्मुक्त भारतीय टीम में भी जगह नहीं बना पाए। उन्मुक्त ने दिल्ली के लिए अपना रणजी डेब्यू तब किया जब वो स्कूल की पढ़ाई कर रहे थे। 56 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 34.72 की औसत से 3056 रन बनाए। एक बल्लेबाज के तौर पर उनको अभी सुधार की जरुरत है। उनकी बल्लेबाजी की सबसे बड़ी कमी ये है कि वो बहुत जल्द ही गेंद को हिट करने जाते हैं जिसकी वजह से गेंद और बल्ले का संतुलन सही से नहीं होता है। हालांकि इंडिया A टीम के वो नियमति सदस्य हैं और अपनी पारियों से उन्होंने टीम को कई मैच जिताए हैं। भले ही उन्मुक्त की बल्लेबाजी में थोड़ी बहुत कमी हो, लेकिन हो सकता है कि भारतीय नेशनल टीम में जगह मिलने के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ जाए और वो टीम के तुरुप के इक्के साबित हों।