साल 2018 के आईपीएल सीज़न के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने एक अच्छा फ़ैसला लिया है। इस टीम के मालिकों ने स्टार ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस, विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत और बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर को रिटेन किया है। 3 खिलाड़ियों को रिटेन करने के बाद दिल्ली अब 2 और खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर सकती है। इन 2 कार्ड्स में से एक का इस्तेमाल भारतीय खिलाड़ी को चुनने के लिए किया जा सकता है और दूसरे कार्ड का इस्तेमाल विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए किया जाना है। चूंकि नीलामी की तारीख़ 27 और 28 जनवरी तय की गई है, ऐसे में दिल्ली के मालिकों ने सारी तैयारी कर ली है और उन्हें अब ये तय करना है कि वो किन 2 खिलाड़ियों को राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन करना चाहेंगे। हम यहां उन संभावित खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिन्हें राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए दिल्ली डेयरडेविल्स टीम में रिटेन किया जा सकता है।
#5 मोहम्मद शमी
भारत के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने साल 2014 की आईपीएल नीलामी में ख़रीदा था। तब से लेकर वो कभी टीम के अंदर और कभी टीम से बाहर आते जाते रहे हैं। अपने 4 आईपीएल सीज़न में बंगाल के इस पेसर ने दिल्ली टीम के 56 में से सिर्फ़ 28 मैचों में शिरकत की है। उनकी चोट और दिल्ली टीम के रोटेशन पॉलिसी इसकी एक बड़ी वजह रही है। मोहम्मद शमी टीम इंडिया के एक बेहतरीन डेथ बॉलर हैं और राष्ट्रीय टीम की तरफ़ से उन्होंने जब भी सीमित ओवर का मैच खेला है उन्होंने ख़ुद को साबित किया है। हांलाकि टी-20 के इस महाकुंभ में उन्होंने उम्मीद के मुताबिक खेल नहीं दिखाया है। अगर क्रिस मॉरिस के अलावा दिल्ली टीम किसी अन्य तेज़ गेंदबाज़ का चुनाव करना चाहती है तो बेहद मुमकिन है कि वो शमी का रुख़ करेगी।
#4 अमित मिश्रा
दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने आईपीएल 2018 से पहले एक बल्लेबाज़, एक विकेटकीपर और एक फ़ास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर को रिटेन किया है। अब दिल्ली टीम के मालिकों की नज़र किसी अहम खिलाड़ी पर है तो वो हैं लेग स्पिनर अमित मिश्रा। अमित मिश्रा ने टीम इंडिया के लिए आख़िरी बार जनवरी 2017 में मैच खेला था। आईपीएल करियर में उनके नाम 134 विकेट है, जो इस टूर्नामेंट में किसी भी स्पिन गेंदबाज़ के लिए सबसे बड़ा आंकड़ा है। अगर पिछले कुछ सालों के प्रदर्शन की बात करें तो दिल्ली टीम अपने इस पुराने खिलाड़ी पर पर भरोसा कर सकती है और उन्हें राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन कर सकती है। चूंकि स्पिनर टी-20 की दुनिया में तहलका मचा रहे हैं ऐसे में अमित मिश्रा को गवां देना दिल्ली के लिए एक बुरा फ़ैसला सबित हो सकता है।
#2 कगिसो रबाडा
दिल्ली ने 3 खिलाड़ियों को रिटेन कर लिया है जो अपनी बल्लेबाज़ी के ज़रिए टीम को मज़बूती दे सकते हैं। अब दिल्ली टीम के मालिकों के ज़ेहन में ऐसे खिलाड़ी का नाम कौंध रहा होगा जो गेंदबाज़ी में क़हर बरपा सकते हैं। ऐसे में इस टीम के लिए साउथ अफ़्रीका के पेसर कगिसो रबाडा का नाम सबसे पहले आता है। पिछले 2 सालों में प्रोटियाज़ टीम के लिए रबाडा से बेहतर पेस बॉलर और कोई नहीं है। इस ख़तरनाक गेंदबाज़ ने पूरी दुनिया के बल्लेबाज़ों पर अपना दबदबा क़ायम किया है। उनकी गेंदबाज़ी न सिर्फ़ तेज़ है बल्कि सटीक भी है। दिल्ली डेयरडेविल्स ने पिछले आईपीएल सीज़न में इस 22 साल के पेस गेंदबाज़ को साइन किया था। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ पर जाने से पहले इन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए कुछ मैच खेले थे। अगर टीम मैनेजमेंट बॉलिंग अटैक के लिए किसी तेज़ गेंदबाज़ की तलाश कर रहे हैं तो ऐसे में रबाडा से बेहतर विकल्प और कोई नहीं हो सकता।
#2 संजू सैमसन
संजू सैमसन ने साल 2013 में राजस्थान रॉयल्स टीम के लिए आईपीएल टूर्नामेंट में डेब्यू किया था। केरल के इस बल्लेबाज़ ने अपनी टीम के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। साल 2014 में संजू उन दो खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्हें राजस्थान टीम ने रिटेन किया था। साल 2016 में वो दिल्ली डेयरडेविल्स टीम में शामिल हो गए थे क्योंकि राजस्थान रॉयल्स टीम पर 2 साल का बैन लग गया था। उन्होंने दिल्ली टीम के लिए अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। पिछसे 2 सीज़न में उन्होंने 677 रन बनाए थे। वो दिल्ली टीम की बल्लेबाज़ी का अहम हिस्सा बन गए थे। शायद दिल्ली टीम उन्हें रिटेन करने के बार में सोच रही होगी। अगर उन्हें रिटेन करना है तो दिल्ली टीम को राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करना होगा। उनके पुराने प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा किया जा सकता है।
#1 क्विंटन डी कॉक
जबसे डी कॉक ने दक्षिण अफ़्रीकी टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया है तबसे वह लगातार रन बना रहे हैं और बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मंच पर वो हमेशा कंसिस्टेंट रहे हैं। साल 2013 में उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने ख़रीदा था। हांलाकि उन्हें उतना मौक़ा नहीं मिल पाया जिसके वो हक़दार थे, लेकिन जब भी वो मैदान पर आए उन्होंने मौक़े का भरपूर फ़ायदा उठाया। उन्होंने 26 आईपीएल मैच में 30 की औसत और 133 की स्ट्राइक रेट से 726 रन बनाए हैं। अगर दिल्ली की टीम किसी विदेशी खिलाड़ी को राइट टू मैच के ज़रिए रिटेन करेगी तो क्विंटन डी कॉक एक बेतरीन विकल्प साबित हो सकते हैं। चूंकि इस टीम ने क्रिस मॉरिस को पहले ही रिटेन कर लिया है तो अब वो सिर्फ़ एक ही विदेशी खिलाड़ी को रिटेन किया जा सकता है। लेखक- विग्नेश मादरिस्ता अनंथासुब्रमण्यन अनुवादक- शारिक़ुल होदा